आखिर प्रॉपर्टी डीलर की हत्या से किसे हुआ लाखों का फायदा
तारिक खान
प्रयागराज : प्रॉपर्टी डीलर विद्यासागर यादव की हत्या से किसे लाखों का फायदा हुआ है। वह कौन है और कहां का रहने वाला है, जिसने सुपारी देकर कत्ल कराया। पुलिस की जांच अब इसी बिंदु पर शुरू हुई है। हत्याकांड की तफ्तीश में जुटी पुलिस को पता चला है कि झूंसी के रहिमापुर तिराहे के पास करीब 400 वर्गगज का एक विवादित प्लॉट था। कुछ दिन पहले विद्यासागर ने प्लॉट पर बाउंड्री कराई थी। इस दौरान कुछ लोगों से उसका विवाद भी हुआ था, लेकिन पुलिस में शिकायत नहीं की गई थी। ऐसे में पुलिस इस विवाद को भी हत्या से जोड़कर देख रही है।
सोरांव और नैनी क्षेत्र में भी रहने वाले कुछ लोगों से जमीन और पैसे को लेकर विद्याधर का विवाद चल रहा था, जिनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। गौरतलब है कि झूंसी थाना क्षेत्र के शेरडीह गांव निवासी विद्यासागर की सोमवार दोपहर सिविल लाइंस क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
क्या सरस्वती की जमानत लेना चाहता था :
जेल में बंद शेरडीह गांव की प्रधान सरस्वती देवी की जमानत विद्यासागर लेना चाहता था और संतोष ने धमकी भी दी थी। इसकी सच्चाई का पता भी पुलिस लगा रही है। चश्मदीद ड्राइवर अमरजीत ने क्रिसमस पर किसी से मिलने की बात कही थी, उसके बारे में भी पता लगाया जा रहा है।
शूटरों का सुराग नहीं, तलाश में दबिश :
फिल्मी अंदाज में हत्या करने वाले शूटरों का पुलिस सुराग नहीं लगा सकी है। कुछ स्थानीय बदमाशों को उठाकर पूछताछ की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज दिखाकर शूटरों का पता लगाया जा रहा है। प्रतापगढ़, कौशांबी, जौनपुर और पूर्वाचल के भी कुछ शूटरों की लोकेशन ट्रेस की जा रही है।
क्राइम ब्रांच में रीपोस्टिंग, फिर भी नाकाम :
कई दारोगा, सिपाही की क्राइम ब्रांच में दोबारा तैनाती हुई है। इसमें कुछ पुलिस कर्मी कई साल से जमे हैं। वसूली के आरोप में कई को क्राइम ब्रांच से हटाया गया था, लेकिन उन्हें फिर तैनाती मिल गई है। इसके बावजूद वह नाकाम हैं।प्रॉपर्टी डीलर की हत्या में कुछ सुराग मिले हैं, जिसे और पुख्ता किया जा रहा है। जल्द ही हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।