तीन तलाक मुद्दा – हंगामे के बीच राज्यसभा का सदन 2 बजे तक के लिये स्थगित
इमरान अख्तर
नई दिल्ली. तीन तलाक मुद्दे पर आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण है। लेकिन उम्मीद अनुसार सदन की कार्यवाही शोर और हंगामे के साथ शुरू हुई। सदन शुरू होते ही कावेरी नदी पर बांध के निर्माण का विरोध कर रहे अन्नाद्रमुक सदस्यों के हंगामे करना शुरू कर दिया। जिसकी वजह से राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार को शुरू होने के करीब 15 मिनट बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी दल तीन तलाक बिल को प्रवर समिति के पास भेजने की मांग कर रहे हैं। वहीं सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस ने व्हिप जारी करके अपने-अपने सदस्यों से सोमवार को ऊपरी सदन में उपस्थित रहने को कहा है। अन्य दलों ने भी अपने सांसदों से यह विधेयक सदन में पेश करने के दौरान उपस्थित रहने को कहा है।
नए वर्ष के मौके पर राज्यसभा में एक जनवरी को अवकाश रहेगा और इसकी घोषणा सोमवार को सुबह उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर की गई। उपसभापति हरिवंश ने सदन में सदस्यों की सहमति से एक जनवरी को अवकाश की घोषणा की। साथ ही उन्होंने सदस्यों से शीतकालीन सत्र के महज पांच कार्यदिवस शेष रहने का हवाला देते हुये सोमवार को सदन की बैठक सुचारु रूप से चलने देने का अनुरोध किया। वही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) नेता डी राजा ने ट्रिपल तलाक बिल को लेकर कहा, “बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजा जाए। बिल से ट्रिपल तलाक को अपराध बताने का प्रावधान हटाया जाए।”
ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम के मुख्य सचेतक वी। सत्यनन ने कहा, है कि “हम मांग करते हैं कि ट्रिपल तलाक बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजा जाए। मौजूदा बिल का दुरुपयोग किया जा सकता है, क्योंकि इसमें ट्रिपल तलाक को अपराध बनाने की कोशिश की गई है। वही दूसरी तरफ कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की किसानों के लिए कर्ज़ माफी की योजना को प्रधानमंत्री द्वारा ‘सबसे निर्मम चुटकुलों में से एक’ बताया जाना ‘राजनैतिक लाभ’ के लिए देश को गुमराह करना है। इसके अलावा तीन तलाक बिल को धर्मनिरपेक्षता और राष्ट्रीय अखंडता के लिए एक खतरा बताते हुए चंद्र बाबू नायडू ने बीजेपी और मोदी सरकार पर सवाल खड़े किए। उन्होंने अपील की है कि सभी विपक्षी दलों को एकजुट होकर बीजेपी के मुस्लिम विरोधी रवैये के खिलाफ लड़ना चाहिए