कुंभ मेले में आकर्षण का केंद्र बना ‘टॉयलेट कैफेटेरिया’
अंजनी राय
प्रयागराज. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कुंभ मेला का आय़ोजन किया गया है। 15 जनवरी से शुरू हुए और 4 मार्च तक चलने वाले इस कुंभ मेले में कई सारी चीजें ऐसी हैं लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। एक तरफ एक से एक अनोखे रंग-रुप के नागा साधू लोगों के लिए आकर्षण का केंग्र बनए हुए हैं तो दूसरी तरफ यहां पर की गई तैयारियां भी बेहद अनोखी किस्म की है।
यही कारण है कि यूएन की संस्था यूनेस्को ने वर्ल्ड हेरीटेज में इसे शामिल किया है। कुंभ मेले के सफल आयोजन के लिए प्रदेश की योगी सरकार ने कई लाजवाब तैयारियां की है। इन दिनों यहां पर सबसे ज्यादा जो आकर्षण का केंद्र है वो है टॉयलेट कैफेटेरिया। यह एक कैफे है जो बेहद यूनिक डिजाइन वाला है। दरअसल इस कैफे में जो कुर्सियां हैं वो कमोड (टॉयलेट कमोड) स्टाइल के हैं। इसके माध्यम से स्वच्छता का संदेश देने की कोशिश की जा रही है। कैफेटेरिया के अंदर एक अवेरनेस मैसेज भी लिखा हुआ है-ट्रिप टू टॉयलेट विल सेव ट्रिप टू डॉक्टर, डोंट फोरगेट टू वॉश हैंड्स आफ्टर टॉयलेट विजिट। दरअसल महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर यूपी सरकार ने स्वच्छता का संदेश देते हुए कुंभ मेले के माध्यम से ये अनोखा कदम उठाया है।
जानकारी के मुताबिक कुंभ मेला में 1.2 लाख टॉयलेट की स्थापना की गई है। 3,200 हेक्येटर में फैला कुंभ 9 जोन, 16 जिला और 40 थानों से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा राज्य सरकार ने 1500 स्वच्छकर्मियों को भी मेला से जोड़ रखा है।