विकास के हर पैमाने पर पिछड़ा है सांसद के गोद लिए गांव
प्रदीप दुबे विक्की
ज्ञानपुर,भदोही। सांसद व किसान मोर्चा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह मस्त ने अपने संसदीय क्षेत्र के 03 ब्लॉकों के गांवों में डीघ ब्लॉक केकवलापुर, औराई ब्लॉक के विक्रमपुर, व सुरियावां ब्लाक के कैडा गांव को गोद लिया था। तो गांव वालों को पूरी तरह उम्मीद जगी थी कि अब उनका भी गांव आदर्श सांसद गांव के नाम से जाना जाएगा। गांव वालों को उम्मीद थी कि बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, स्कूल सारी सेवाएं सांसद जी द्वारा तीनों गांव को गोद लेने के बाद सही-सही उपलब्ध हो पाएगी ,पर ऐसा नहीं हो सका।
सांसद गांव गोद लेने के बाद भूल गए यह बात वहां की जनता कह रही है। गांव विकास के हर पैमाने पर पिछड़ा हुआ है। गांव का हर नागरिक इसके लिए सांसद को ही कोस रहा है। कवलापुर गांव में आर-ओ मशीन का उद्घाटन और विक्रमपुर में जिम तथा सुरियावां के कैडर गांव में विकास कार्य नहीं कराया गया। गांव की सडक से लेकर बिजली की स्थिति भी बदहाल है। गांव के एक मजरे में आज तक बिजली नहीं पहुंची है। स्वास्थ्य केन्द्र भी बदहाल हैं। जब गांव गोद लिया था तो सांसद ने गोद लिए गांवों में बड़े-बड़े वायदे किए थे। लेकिन सारी बातें किताबी साबित हुई। अब इस गांव की जनता कहती है कि संसद के गोद लिए गांव का ही जब विकास नहीं हो पाया है तो और अन्य गांव का क्या हाल होगा।