कांग्रेस सावरकर का संगठन नही है जो अंग्रेजो के सामने गिडगिडाकर दया की भीख मांगे, ये गाँधी का संगठन है जो अंग्रेजो से लड़ा – राहुल गांधी
आदिल अहमद
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज एक बार फिर जमकर भाजपा और संघ पर हमला बोलते हुवे कहा कि कांग्रेस सावरकर का संगठन नही है जो अंग्रेजो के सामने गिडगिडाये बल्कि ये गांधी जी का संगठन है जो अंग्रेजो से लड़ा, संघ भ्रम में है क्योंकि वो सोचते हैं कि वो भारत से बड़े हैं। वो सोचते हैं कि वो देश में ज्ञान के अधिकारी और स्रोत हैं। यह एकदम गलत है, हम पीछे हटने वाले नहीं है, हम फ्रंट फुट पर खेलेंगे और मोदी को देश की आवाज सुनाएंगे। राहुल गांधी बुधवार को भारतीय युवा कांग्रेस की ‘इंकलाब रैली’ को संबोधित कर रहे थे।
भाजपा पर हमलावर होते हुवे राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ऐसा संगठन है जिसने अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी, जबकि आरएसएस के नेता उनसे दया की भीख मांग रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत में रोजगार का संकट है, भारत में कृषि का संकट है और मोदी जी ने साबित कर दिया है कि वे इसे दूर करने में सक्षम नहीं हैं। नोटबंदी, जीएसटी ने नौकरियों को खत्म कर दिया। नौकरियों के बारे में पूछने पर मोदी जी कहते हैं ‘पकौड़े’ बनाओ।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने न्यूनतम वेतन का अधिकार देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि 2019 में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। इसके बाद कांग्रेस सरकार देश के गरीबों को सीधे उनके बैंक खाते में बिना किसी बिचौलिए के न्यूनतम वेतन देगी। इतने बड़े देश में ऐसा पहली बार होगा। युवा कांग्रेस की ‘युवा क्रांति यात्रा’ के समापन के मौके पर दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में ‘इंकलाब रैली’ का आयोजन किया गया। राहुल गांधी ने अपने संबोधन की शुरुआत सत श्री अकाल, वड़क्कम और नमस्कार से की। उन्होंने कहा कि साढ़े चार पहले मोदी जी ने कहा था कि देश से कांग्रेस को खत्म कर दूंगा। कहते थे, मुझे पीएम नहीं बनना चौकीदार बनना है। इसके बाद राहुल ने ‘चौकीदार चोर है’ के नारे लगवाए।
उन्होंने कहा कि हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था। क्या युवाओं को रोजगार मिला? युवाओं को रोजगार नहीं दिया। लेकिन फ्रांस के राष्ट्रपति ने बताया कि मोदी ने उनसे कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी डील का कॉन्ट्रेक्ट चाहिए तो अनिल अंबानी को कॉन्ट्रेक्ट देना ही पड़ेगा। एचएएल का कॉन्ट्रेक्ट छीन लिया।
राहुल ने कहा कि कल मैं पर्रिकर जी से मिला। उन्होंने खुद कहा था कि डील बदलते समय प्रधानमंत्री ने रक्षा मंत्री से नहीं पूछा। 56 इंच की छाती वाले पीएम ने लोकसभा में डेढ़ घंटे के भाषण में राफेल के सवालों का जवाब नहीं दिया। आंख से आंख नहीं मिला पाया चौकीदार। उन्होंने कहा कि प्रेस पर दबाव है। सच्चाई को बदला नहीं जा सकता। धीरे-धीरे राफेल की सच्चाई जनता के सामने आ रही है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तुंरत बाद सीबीआई निदेशक को हटा दिया जाता है। रक्षा मंत्री राफेल का दाम नहीं बता सकतीं लेकिन रिलायंस और दसॉल्ट अपनी वार्षिक रिपोर्ट में राफेल का दाम लिखते हैं। जल्द राफेल मामले में दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा क्योंकि ये जानकारी सरकार के अंदर से आ रही है। मोदी ने प्रक्रिया तोड़ी है। अनिल अंबानी की मदद करने के लिए बातचीत की धज्जियां उड़ा दीं।
राहुल ने कहा कि पर्रिकर कैबिनेट मीटिंग में कहते हैं, मेरे पास राफेल की फाइल है। मुझे कोई मुख्यमंत्री पद से नहीं हटा सकता। उनके मंत्री के ऑडियो को पूरे देश ने सुना। प्रधानमंत्री जी.. आपको रात में नींद नहीं आ रही। सोते वक्त अनिल अंबानी, राफेल, वायुसेना के शहीदों की फोटो नजर आती हैं। मोदी जी ने हिंदुस्तान की वायुसेना को बेचा है। देश जानता है कि आप मेहुल चौकसी को मेहुल भाई, अनिल अंबानी को अनिल भाई बुलाते हैं।