3 बच्चों संग 7 दिन धरने पर बैठने के बाद महिला को मिला न्याय
अंजनी राय
ग़ाज़ीपुर। बच्चों संग ससुराल की चौखट पर धरने पर बैठी विवाहिता साधना को रविवार की रात न्याय मिल गया। मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी मंसाराम वर्मा व थानाध्यक्ष जय श्याम शुक्ला ने उसे घर में प्रवेश कराया। साथ ही विरोध कर रहे ससुर सुचित चौहान व हीरा चौहान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बताया जा रहा है कि मरदह थाना क्षेत्र के हैदगंज की साधना चौहान की शादी 10 वर्ष पूर्व महुवारी गांव निवासी प्रमोद चौहान से हुई थी। शादी के दो साल बाद पुत्री काजल का जन्म हुआ। इसके बाद आंचल हुई। आरोप है कि बेटे की चाहत रखने वाले ससुराल के लोग तीसरी बेटी कृति का जन्म होते ही तरह-तरह के दोषारोपण करने लगे। इतना ही नहीं, 26 अक्टूबर को दुबई से घर लौटे उसके पति प्रमोद ने उसके चरित्र पर सवाल उठाते हुए मारपीट कर घर से भी निकाल दिया। ससुरालवालों के इस कृत्य के बाद साधना न्याय के लिए इधर-उधर भटकने लगी। 22 दिसंबर को महिला प्रकोष्ठ में प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। न्याय नहीं मिलता देख वह सात दिन पूर्व तीनों बच्चियों संग धरने पर बैठ गई थी।