पांच दिवसीय शार्ट टर्म कोर्स में इंजीनियरिंग की दी जाएगी जानकारी
प्रत्युष मिश्रा
बांदा। इंजीनियरिंग कालेज अतर्रा में सोमवार को पांच दिवसीय शार्ट टर्म कोर्स का शुभारंभ कार्यक्रम संयोजक एप्लाइड साइंस एवं ह्यूमिनिटीज विभाग के विभागाध्यक्ष डा. शैलेंद्र बादल और डीन एकेडमिक्स डा. विभाष यादव ने किया। इसका उद्देश्य इंजीनियरिंग विषयों को प्रभावित करने वाले एप्लाइड साइंस के नवीन शोध कार्यों, इनके प्रभाव व उपयोगिता से अवगत कराना है।
शुभारंभ के मौके पर डा. शैलेंद्र बादल ने कहा कि कार्यक्रम के जरिए शिक्षकों एवं प्रतिभागियों को इंजीनियरिंग विषयों को प्रभावित करने वाले एप्लाइड साइंस के नवीन शोध कार्यों, इनके प्रभाव व उपयोगिता से अवगत कराना है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. विनोद कुमार तिवारी, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए प्रतिभागियों को परिश्रम व लगन के साथ मानवीय दृष्टिकोण अपनाने के लिए कहा। श्री तिवारी ने प्रतिभागियों को दैनिक उपयोग में आने वाले कार्बनिक रसायनों, चिकित्सा में ड्रग डिलीवरी में प्रयुक्त होने वाले कार्बनिक रसायनों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार से पालीथिन में बंद किया हुआ आलू पालीथिन को डिकम्पोज करने में सक्षमह है।
शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय रीवां मप्र से आए प्रो. राजेंद्र प्रसाद तिवारी द्वारा वातावरण में हो रहे प्रदूषण एवं उसके रोकथाम के उपाय के बारे में जानकारी दी। डा. बादल ने संस्थान के निदेशक व टीदईक्यूआईपी समन्वयक डा. अनुराग चैहान को कार्यक्रम के लिए उनकी सतत प्रेरणा व वित्तीय सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर कुलसचिव डा. आशुतोष तिवारी, डा. विभाष यादव, डा. सुरेंद्र कुमार, सौरभ त्रिपाठी, डा. अमित त्रिपाठी, डा. मनोज कुमार सिंह, अभिजीत सिंह, डा. पूजा सिंह, डा. अर्चना सिंह, डा. सिद्धार्थ कुमार अरजरिया वसवहित कालेज के अन्य शिक्षक उपस्थित रहे। कानपुर, इलाहाबाद, नोएडा, बांदा रीवा आदि से लगभग 45 प्रतिभागियों ने इस शार्ट टर्म कोर्स में प्रतिभाग किया। संस्थान के निदेशक प्रो. एसपी शुक्ला ने एप्लाइड साइंस एवं ह्यूमिनिटीज विभाग द्वारा इस शार्ट टर्म कोर्स के आयोजन पर हर्ष व्यक्त किया।