धूमधाम से मनाई गई संत रविदास की जयंती

प्रत्युष मिश्रा

बांदा। शहर के श्रीकृष्णा आइडियल हायर सेकेण्डरी स्कूल पल्हरी में मंगलवार को संत रविदास जी की जयंती धूमधाम से मनायी गयी। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रो. बी एल शर्मा द्वारा संत रविदास जी की प्रतिमा पर माल्र्यापण के साथ किया गया। इसके अलावा महान संत शिरोमणि रविदास जंयती शहर के साहू निलय में विगत वर्षो की भांति इस वर्ष भी हिन्दू जागरण मंच द्वारा मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष डाक्टर दिनेश कुमार साहू ने की।

संत रविदास की जयंती समारोह में बाबूलाल शर्मा ने बताया कि संत रविदास कुशल कर्म करते हुये भगवान की भक्ति में लीन रहने वाले संत थे। वह आडम्बर, पाखण्डवाद के विरोधी थे। वह समरसतावादी विचारधारा के महान विचारक विद्धान संत थे। जयंती के कार्यक्रम का संचालन दीनदयाल सोनी ने किया। तत्पश्चात विद्यालय के छात्र-छात्राओं के द्वारा पुलवामा के अवन्तीपुरा नामक स्थान पर हुये आत्मघाती हमले में शहीद जवानों के आत्मशान्ति के लिये गायत्री परिवार के परिब्रजकों के द्वारा मंत्रोच्चारण करते हुये विधिवत हवन कराकर ईश्वर से प्रार्थना की गयी। साथ ही साथ राष्ट्र उत्थान की कामना ईश्वर से की।

कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने शहीदों को नमन कविताओं से नमन किया। ब्रजेश तिवारी, सबल सिंह पूर्व क्रीडाधिकारी ने सभी छात्रों को संत रविदास से भक्ति भावना व शहीदों से राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा लेने के लिये संदेश दिया। इस अवसर पर श्रेजल, माधुरी, सुमन, दीप्ती, नीलू, लक्ष्मी प्रसाद, संदीप त्रिपाठी, दीपेन्द्र, रामकृष्ण आदि सहित सैकडों श्रोता उपस्थित रहे। जेपी यादव प्रधानाचार्य ने सभी छात्र-छात्राओं को संत रविदास जी के कंगल कठौती ने निकालने की कहानी सुनायी। साथ ही सभी शहीदों को नमन किया गया। कार्यक्रम के अन्त में स्कूल के प्रधानाचार्य जे पी यादव ने सभी का आभार व्यक्त किया। इसी तरह हिन्दू जागरण मंच के जयंती कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रान्तीय महामंत्री अर्चना मिश्रा ने संत शिरोमणि के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुये कहा कि आज समाज को संतो से सीख लेकर सामाजिक कार्य करना चाहिये।

आलोक महाजन ने कहा कि संत शिरोमणि रविदास के जीवन दर्शन उदार व्यक्तित्व कर्म धर्म भक्ति जीवन में अपनाना चाहिये। श्रीमती रेखा अग्रवाल ने मनचंगा कठौती में गंगा सूत्रवाक्य से रविदास के जीवन पर प्रकाश डाला। गनेश प्रसाद एडवोकेट ने संत शिरोमणि ने कहा कि संत शिरोमणि ने पूरे समाज को एक माले में मोती की तरह पिरोने का संदेश दिया। डाक्टर दिनेश कुमार साहू जिलाध्यक्ष हिन्दू जागरण मंच ने कहा कि समाज में व्याप्त छुआ छूत व समाजिक असमानता जैसी कुरीतियों के खिलाफ आवाज बुलन्द करने वाले संत शिरोमणि रविदास का अग्रणी है। इनके जन्म और मृत्यु अनिश्चिता की स्थिति में यह निर्णय करना कठिन है लेकिन आचार्य प्रथ्वी सिंह आजाद के अनुसार रविदास का जन्म 1433 में माघ शुक्ल पूर्णिमा को हुआ था। कार्यक्रम के अन्त में सभी लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।

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