शिवसेना-भाजपा गठबंधन पर विपक्ष का तंज़, कहा ईडी का डर दिखा कर किया भाजपा ने गठबंधन
आफताब फारुकी/आदिल अहमद
नई दिल्ली: कल तक भाजपा पर लगातार हमलावर रहने वाली पार्टी शिवसेना ने आज भाजपा को गले लगा लिया है। अभी तक शिवसेना के मुखपत्र सामना से लेकर उद्धव ठाकरे तक भाजपा पर हमलावर रहते थे। राफेल डील पर भाजपा को हाशिये पर रखने वाली शिवसेना के प्रमुख द्वारा तो सार्वजनिक मंच तक से भाजपा की मुखालफत किया गया। मगर ये सियासत है साहब, कब ऊट किस करवट बैठ जाए कोई कुछ नही कह सकता है। कल तक भाजपा के हर निति को कोसने वाली शिवसेना आज भाजपा से गले लगकर अगला लोकसभा चुनाव लड़ेगी। ये गठबंधन और सीट के बटवारे की खबर आते हु विपक्ष एक बार फिर से भाजपा सहित शिवसेना पर हमलावर हो गया है।
महाराष्ट्र में दोनों के बीच सीटों के तालमेल को लेकर सहमति बनने के बाद कांग्रेस ने सोमवार को कटाक्ष करते हुए सवाल किया कि यह महा मिलावट है या फिर महाभय। कांग्रेस ने यहां तक आरोप लगाया है कि भाजपा ने प्रवर्तन निदेशालय का डर दिखाकर शिवसेना को अपने साथ चुनावी गठबंधन करने के लिए मनाया है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने ट्वीट कर कहा, ‘पहले बिहार, फिर महाराष्ट्र और अब तमिलनाडु, एक के बाद एक भाजपा गठबंधन बनाने में लगी है। सबसे बड़ा महासवाल-यह महामिलावट है या महाभय ? दोनों दलों के बीच गठबंधन के संबंध में घोषणा के बाद पुणे में राज्य विधानसभा में नेता विपक्ष विखे पाटिल ने कहा, ‘मेरे पास सूचना है कि भाजपा ने शिवसेना को प्रवर्तन निदेशालय का डर दिखाकर गठबंधन करने को मजबूर किया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि यह गठबंधन दिखाता है कि सत्तारूढ़ गठबंधन चुनाव हारने के डर से साथ आया है। चुटकी लेते हुए महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख अशोक चव्हाण ने कहाकि यह चुनावी गठबंधन राफेल चोर और सत्ता लोलुप दल के बीच तालमेल है। शिवसेना पर कटाक्ष करते हुए चव्हाण ने कहा, टाइगर भी लाचार है।