गुमशुदा व्यक्ति की हत्या के मामले में तीन हत्यारों को पुलिस ने किया गिराफ्तार
अंजनी राय
बलिया:- पुलिस अधीक्षक बलिया द्वारा अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान मे प्रभारी निरीक्षक नगरा व प्रभारी स्वाट टीम तथा प्रभारी सर्विलांस द्वारा हत्या का खुलासा किया गया ।
उल्लेखनीय है कि दिनांक 24.02.2019 को शमशाद पुत्र रफीक अंसारी निवासी नगरा थाना नगरा द्वारा 26.02.2019 को अपने भाई मुख्तार अंसारी की मु0अ0सं0 42/19 धारा 364 भादवि की गुमशुदगी दर्ज करायी गयी थी । गुमशुदगी दर्ज होने पर स्थानीय पुलिस एवं परिजनों द्वारा तलाश प्रक्रिया जारी थी कि मुखबिर द्वारा सूचना मिली की मुख्तार अंसारी के अपहरणकर्ता सिकन्दरपुर की तरफ से 01 मोटरसाइकिल से नगरा के तरफ आ रहे हैं । इस सूचना पर विश्वास कर पुलिस टीम द्वारा गौरा मदनपुरा स्टेडियम के पास से मोटरसाइकिल नं0 UP12 P 0729 पर सवार टुन्नु बासफोर उर्फ बसन्त बासफोर, राजेन्द्र तथा मुखदेव को रोकने का प्रयास किया गया तो पुलिस टीम को देखकर मोटरसाइकिल मोड़कर भागना चाहे परन्तु लड़खड़ाकर गिर पड़ें जिन्हे पुलिस बल प्रयोग कर पकड़ लिया गया।
जामातलाशी में टुन्नु बासफोर उर्फ बसन्त बासफोर के पास से 01 अदद तमंचा व 02 अदद जिन्दा कारतूस 12 बोर ,राजेन्द्र के पास से 01 अदद तमंचा व 02 अदद जिन्दा कारतूस 315 बोर तथा मुखदेव के पास से 01 अदद तमंचा व 02 अदद जिन्दा कारतूस 303 बोर बरामद हुआ। पुछ-ताछ में हत्या से सम्बन्धित सभी बातें उक्त अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि हम लोग ओझैती शौखैती का भी काम करते हैं तथा भोली भाली जनता को मुर्ख बनाकर उससे मोटी रकम वसूलते है। कुछ दिन पहले मुख्तार अंसारी पुत्र रफीक अन्सारी निवासी कस्बा नगरा थाना नगरा जनपद बलिया हम लोगों से मिला था। उसका किसी शादी शुदा औरत से चक्कर चल रहा था वह उस औरत के पति को ओझैती शोखैती से मरवाने के लिए हम लोगों से बात किया, मुख्तार की प्रेमिका का पति बम्बई में रहता था हम लोगों ने कहा कि काम लम्बा है, काम हो जायेगा 2 लाख रूपये लगेंगे वह रूपया देने के लिए आसानी से तैयार हो गया । दिनांक 24.02.19 को पुनः हम लोग अपने काम में लग गये ।
मुख्तार को मनियर होते हुये बांसडीह के सुल्तानपुर गांव में घाघरा नदी के किनारे सुनसान स्थान पर ले गये, रात लगभग 9 बजे हम लोगों ने पूजा पाठ शुरू किया, इसके बाद हम चारों लोगों ने आपस में बैठकर शराब पीया तथा बाते करने लगे, पहले से तय 2 लाख रूपये मांगने लगे । मुख्तार ने कहा कि अभी काम नहीं हुआ है जब काम हो जायेगा तब रूपये दे दूंगा अगर काम नहीं हुआ तो तुम लोग भी अपनी खैर मत समझों, वह रूपये देने में आना कानी करने लगा तथा बार-बार कहने लगा कि विश्वास करो मैं काम होने के बाद रूपये दे दूंगा।
आरोपियों ने बताया कि हम लोग कई दिनों से परेशान होकर उसे अपने जाल में फसाये थे । शिकार हाथ से फिसलते देख हम लोग झल्ला गये तथा हम लोगों का धैर्य जवाब दे गया तथा तीनों ने सोचा की यह रूपये लेकर आया ही होगा। हम लोगों के मन में लालच आ गया। राजेन्द्र पहलवान ने पास में शव दाह स्थल के पास से नदी के किनारे पड़े एक बांस के टुकड़े को उठाकर मुख्तार के सिर पर मारा जिससे वह अचेत होकर गिर गया, हम लोग मरा समझ कर उसे नदी में फेंक दिये । दूसरे दिन हम लोगों ने घूम फिर कर काफी दूर तक देखा की अगर मुख्तार का शव कहीं दिखाई पडे तो उसे ठिकाने लगा दे किन्तु शव नदी की धारा पकड़कर दूर चला गया था । इस सम्बन्ध में थाना नगरा पर अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।