पाकिस्तान की हिरासत में आया आतंकी सरगना मसूद अजहर का भाई मुफ़्ती अब्दुल रऊफ
आरिफ अंसारी
नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होती अपनी फजीहत के बाद बढ़ते विश्विक दबाव के बीच आज पाकिस्तान ने जैश-ए-मुहम्मद के सरगना मसूद अजहर के भरी मुफ़्ती अब्दुल रऊफ को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि इस गिरफ़्तारी के साथ ही प्रतिबंधित संगठनो के 44 अन्य सदस्यों को भी हिरासत में लिया गया है। ये वही मुफ़्ती अब्दुल रऊफ है जिसने मसूद अजहर को छुडाने के लिये विमान का अपहरण किया था और भारत सरकार को इसे छोड़ना पड़ा था। कहा जा रहा है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद बढ रहे वैश्विक दबाव के कारण पाकिस्तान को ऐसा कदम उठाना पड़ा है।
बताते चले कि मुफ्ती अब्दुर रऊफ बहावलपुर में जैश के मदरसे का कर्ताधर्ता है। पाकिस्तान के गृह राज्यमंत्री शहरयार खान अफरीदी ने इस सम्बन्ध में कहा है कि कार्रवाई में पकड़े गए 44 सदस्यों में अजहर का भाई मुफ्ती अब्दुर रऊफ और एक अन्य हम्माद अजहर शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भारत द्वारा पिछले सप्ताह पाकिस्तान को सौंपे गए डॉजियर में मुफ्ती अब्दुर रऊफ और हम्माद अजहर के नाम शामिल थे। हालांकि उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई किसी दबाव में नहीं की गई है। मंत्री ने कहा कि सभी प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जानकारी मिलती है कि पाकिस्तान सरकार मसूद अजहर के खिलाफ कार्रवाई करने का मन बना रही है। हालांकि पाकिस्तान सरकार ऐसा करते समय भारत के दबाव में नहीं दिखना चाहती है। यही वजह है कि पाकिस्तान अभी मसूद अजहर को जेल में डालने जैसी कार्रवाई के पक्ष में नहीं दिख रहा है। साथ ही खबर है कि पाकिस्तान सरकार इस बात पर भी विचार कर रही है कि यूएनएससी द्वारा मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकियों के लिस्ट में शामिल करने का वह विरोध न करे। अगर पाकिस्तान सरकार ऐसा करती है तो फिर चीन की तरफ से भी मसूद के विरोध में वीटो पावर के इस्तेमाल करने का आधार खत्म हो जाएगा। बता दें कि मसूद अजहर को लेकर यूएस, यूके और फ्रांस ने नया प्रस्ताव पेश किया है। इस प्रस्ताव को लेकर चीन के पास 13 मार्च तक वीटो का इस्तेमाल करने का मौका है।