मुम्बई – फुटओवरब्रिज गिरने से 6 की मौत, 30 से अधिक घायल, देखे मौके की तस्वीरे
उमेश गुप्ता
मुंबई : मुंबई के छत्रपति शिवाजी सीएसटी रेलवे स्टेशन पर शनिवार की शाम अचानक फुटओवर ब्रिज टूट कर गिरने से 3 महिला समेत 6 लोगों की मौत हो गई जबकि 30 se लोग गम्भीर रुप से घायल हो गए इन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना की जिम्मेदारी न तो रेलवे ले रहा है और ना ही बीएमसी के आलाधिकारी। अब सवाल ये उठता है कि आखिर घटना का जिम्मेदार कौन है। रेलवे का कहना है की यह ब्रिज हमारे अंडर में नही आता है, तो बीएमसी भी इस घटना की जिम्मेदारी लेने से साफ मना कर रही है।
सरकार द्वारा मृतकों को पांच लाख और घायलों को पचास हज़ार की आर्थिक सहायता की घोषणा कर दिया गया है। महाराष्ट्र सरकार द्वारा बीएमसी अफसरों पर धारा 304 एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है। मुकदमे के बाद प्रशासन आगे की क्या कार्रवाई करता है यह देखना दिलचस्प होगा।
हादसा आज बृहस्पतिवार को शाम 7:30 बजे छत्रपति शिवाजी टर्मिनस के बाहर हुआ जहा एक फुटओवर ब्रिज का एक हिस्सा गिर गया। शाम के समय जब भीड़ अपने चरम पर होती है, तब ये हादसा हुआ। पहले ख़बर आई कि हादसे में बस कुछ लोग घायल हुए हैं, लेकिन जैसा होता है, धीरे-धीरे त्रासदी की पूरी तस्वीर खुली। पता चला, 6 लोगों की मौत हो गई है और 30 से अधिक लोग घायल हैं। हादसे के चश्मदीद के मुताबिक इस पुल पर मरम्मत का काम आज सुबह भी हो रहा था, बावजूद इसको बंद नहीं किया गया और लोग इससे गुजरते गए। 1984 में बने इस पुल को लाखों लोग रोज इस्तेमाल करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुंबई में फुटओवर ब्रिज हादसे में लोगों की जान जाने से बेहद आहत हूं। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मुंबई में टीओआई बिल्डिंग के पास हुए फुटओवर हादसे की खबर सुनकर दुखी हूं। बीएमसी कमिश्नर और मुंबई पुलिस के अधिकारियों से बात की और उन्हें रेल मंत्रालय के अधिकारियों के साथ मिलकर तेजी से राहत कार्य चलाने के निर्देश दिए हैं।
राहत टीमों ने मलबे को हटा दिया है। सभी घायलों को पास के सेंट जॉर्ज अस्पताल और जीटी अस्पताल पहुंचाया गया है। घायलों में कम से कुछ लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। राष्ट्रीय आपदा राहत बल की एक टीम बचाव कार्य में लगी हुई है। एनडीआरएफ ने शुरुआत में कहा था कि 10-12 लोगों के मलबे के नीचे फंसे होने की आशंका है, लेकिन पुलिस ने बाद में स्पष्ट किया कि ऐसा नहीं था।
महाराष्ट्र के मंत्री विनोद तावड़े ने कहा, ‘पुल खराब स्थिति में नहीं था, इसके लिए मामूली मरम्मत की आवश्यकता थी, जिसके लिए काम चल रहा था। काम पूरा होने तक इसे बंद नहीं किया गया था। इसकी भी जांच की जाएगी।