जानें कौन हैं डा.रमेश बिंद -लोकसभा 78भदोही भाजपा प्रत्याशी
प्रदीप दुबे विक्की
औराई भदोहीं। रमेश बिंद पूर्वांचल में बिंद समाज के बड़े नेता के तौर पर जाने जाते हैं। वही मिर्जापुर में बिंद समाज पर उनका अच्छा खासा प्रभाव भी है। राजनीति में बसपा से सामाजिक मिशन के साथ एक कार्यकर्ता के तौर पर जुड़ने वाले रमेश बिंद की बसपा में इंट्री एक साधारण कार्यकर्ता के तौर हुई थी। विधानसभा चुनाव 2002 बसपा ने मझवां विधानसभा से अपना प्रत्याशी बनाकर उन्हें चुनावी मैदान में उतारा। चुनाव जीतने के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
बसपा के ही टिकट पर मझवां विधानसभा से वह लगातार तीन बार विधायक रहे। लोकसभा चुनाव 2014 में उनकी पत्नी समुद्रा बिंद ने बसपा के टिकट पर मिर्ज़ापुर लोकसभा का चुनाव भी लड़ा और वह दूसरे स्थान पर रहीं। रमेश बिंद को पिछड़ों का खास तौर से बिंद समाज का नेता माना जाता है। वह जनपद की राजनीति दशकों से निर्विवाद रूप से बिंद समाज के बड़े नेता रहे हैं। लोकसभा चुनाव से पहले इन्होंने बसपा का साथ छोड़कर भाजपा की सदस्यता ली, जिसके बाद उन्हें भदोही लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया गया है। यहाँ देखने वाली बात ये है कि बिन्द समाज के जिस वोट बैंक पर नज़र रखकर भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेता का यहाँ से टिकट काट कर रमेश बिन्द को टिकट दिया है वह अपना कितना प्रभाव छोड़ते है/ क्योकि इस बार बिना लहर के शांत वोटरों के बीच होने वाले चुनावों में इसी सीट के लिए कांग्रेस के टिकट पर बाहुबली रमाकांत यादव चुनाव मैंदान में है जो यादव समाज में बड़ी पकड़ रखते है