तारिक आज़मी की मोरबतियाँ – गरीबो की थाली में पुलाओ आ गया, देखो मेरे शहर में चुनाव आ गया, और मारो इसको लाठी लाठी बिरयानी खाने बिनबुलाये आ गया
तारिक आज़मी
वैसे किसी ने सही कहा है कि गरीबो की थाली में पुलाओ आ गया, लगता है मेरे शहर में चुनाव आ गया। वैसे तो गरीबो को गरीबो को पूछता ही कौन है। मगर चुनावों में उनके वोट की कीमत हो जाती है। जिसको देखो हमदर्द बनकर सामने आने लगता है। शायद किसी ने ऐसे ही हालात के लिए कहा है कि हर मोड़ पर मिल जाते है हमें हमदर्द हजारो, लगता है मेरी बस्ती में अदाकार बहुत है। इसी अदाकारी में चुनावों के मद्देनज़र नेताओ के रहमो करम की निगाहें गरीबो पर पड़ना शुरू हो जाती है। जिसमे उनको हर तरह से अपने तरफ करने के लिये मस्वदे तैयार होने लगते है।
देखे ANI द्वारा ट्वीट किये गए मौके के वीडियो को
#WATCH Muzaffarnagar: Clashes broke out in Tandhera village, at the election meeting of Congress candidate from Bijnor – Nasimuddin Siddiqui, as people scrambled for food being served at the venue. Police say, "FIR registered against 7-8 people. Further action being taken."(06.4) pic.twitter.com/nfpLKQXvUn
— ANI UP (@ANINewsUP) April 7, 2019
ऐसा ही एक उदहारण आज बिजनोर में देखने को मिला जब काकरौली थाना क्षेत्र के टडहेड़ा गांव में शनिवार को पूर्व विधायक मौलाना जमील के आवास पर चुनावी सभा आयोजित की गई। जमील हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि चुनावी सभा के बाद दोपहर के भोजन के लिए बिरयानी परोसी जानी थी, लेकिन वहां मौजूद लोगों में पहले बिरयानी खाने की होड़ में झड़प हो गई। इस झड़प में लाठी डंडे का भी उपयोग हुआ। जूतम पैजार की सुचना पाकर मौके पर पहुची पुलिस ने हिंसा पर उतरे बिरयानी खाने वाले लोगो को तितर बितर किया और मामला किसी तरह शांत करवाया।
क्षेत्राअधिकारी राम मोहन शर्मा ने बताया कि आईपीसी की विभिन्न धाराओं और आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन में जमील और उनके बेटे नईम अहमद समेत 34 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। घटना के संबंध में अभी तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि गांव में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। जमील ने गत सप्ताह बसपा का साथ छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। वह 2012 में मीरापुर विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए थे। बिजनौर में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी नसीमुद्दीन सिद्दीकी के समर्थक है।
बात तो इतनी सी है मगर सोचने को मजबूर कर देती है। एक मीटिंग का बहाना बनाकर चुनाव में मतदान के मात्र चार दिनों पहले ही इस प्रकार से बिरयानी तकसीम करना क्या न्यायसंगत है। हम लगातार कहते आये है कि बिना लालच के बिना किसी स्वलाभ के मतदान किया जाना चाहिये। खुद सोचे जो प्रत्याशी आपके मत के बदले आपको एक प्लेट बिरयानी या फिर कुछ अन्य लाभ दे रहा है वह कही आपके अमूल्य मत का हर्जाना तो नही दे रहा है।
बहरहाल, सब मिलाकर स्थिति कुछ इस तरह से रही कि मौके पर जमकर लाठी डंडे और लात घुसे का प्रयोग हुआ। मामला पहले बिरयानी खाने का था। इसका विडियो वायरल होने के पश्चात पार्टी और प्रत्याशी की काफी किरकिरी हो रही है। समाचार लिखे जाने तक कोई भी अधिकृत बयान पार्टी अथवा प्रत्याशी के तरफ से नही आया है।