सामूहिक दुष्कर्म मामले में इंस्पेक्टर की लापरवाही भी आई सामने
तारिक खान
प्रयागराज : किशोरियों से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में इंस्पेक्टर धूमनगंज की लापरवाही भी सामने आई है। चौंकाने वाली बात यह है कि जिस जांच रिपोर्ट के आधार पर चौकी प्रभारी व तीन सिपाहियों को निलंबित किया गया है, उसी जांच रिपोर्ट में दोषी पाए गए इंस्पेक्टर को फिलहाल बरी कर दिया गया है। इससे पुलिस कर्मियों में असंतोष व्याप्त है। अब पूरे मामले में आइजी मोहित अग्रवाल ने एसएसपी से लिखित जवाब मांगा है।
दो किशोरियों से गैंगरेप किया गया था
धूमनगंज थाना क्षेत्र में रहने वाली दो किशोरियां 26 मार्च की शाम शौच के लिए गई थीं। आरोप है कि इरफान और उसके चार साथी मुंह दबाकर दोनों को एक फैक्ट्री के पीछे ले गए। वहां दुष्कर्म किया और विरोध पर एक किशोरी की पिटाई की थी। घर पहुंचकर किशोरियों ने परिजनों को घटना की जानकारी दी तो वह बमरौली पुलिस चौकी पहुंची। इसके बाद थाने गईं, लेकिन पुलिस ने कोई मदद नहीं की। पीडि़त परिवार तीन दिनों तक न्याय के लिए इधर-उधर भटकता रहा। पुलिस के रवैये से परेशान होकर वह स्वास्थ्य मंत्री के दफ्तर में गुहार लगाने पहुंची।
स्वास्थ्य मंत्री के दखल पर केस हुआ था दर्ज
स्वास्थ्य मंत्री की दखल के बाद पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया था। जघन्य घटना में पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आने पर आइजी ने एसएसपी से जांच कराने का निर्देश दिया था। एसएसपी ने एसपी सिटी से रिपोर्ट मांगी थी। इसके बाद चौकी प्रभारी बमरौली अतुल सिंह, सिपाही राजन, मो. परवेज और शकील को निलंबित किया गया था। किंतु, इंस्पेक्टर के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। विभागीय सूत्रों का दावा है कि इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हुई, इसी का जवाब आइजी ने मांगा है।
बोले आइजी, इंस्पेक्टर की लापरवाही सामने आई है
आइजी ने बताया कि इंस्पेक्टर की लापरवाही सामने आई है। जांच कर कार्रवाई के लिए कहा गया है। उधर, एसएसपी अतुल शर्मा का कहना है कि चुनाव प्राथमिकता है। मामले की जांच कराई जा रही है। सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित इरफान, अनस, शनि समेत पांचों आरोपित फिलहाल जेल में हैं।