प्रभु भक्ति का अर्थ सम्पूर्ण समर्पण-संत आशीष बापू
विकास राय
गाजीपुर जनपद के बाराचंवर ब्लाक के दुबिहां बाजार में स्थित संत खडेश्वरी बाबा राम लीला मैदान में आयोजित सरस संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा में ब्यास पीठ पर विराजमान भागवतवेत्ता मानस मर्मज्ञ संत श्री आशीष बापू ने अपने मुखारविंद सें ज्ञान और वैराग्य की भागवत रूपी कथामृत की फुहार से उपस्थित श्रोताओं के अंतर्मन को अभिसिंचित करते हुवे कहा की परमात्मा की भक्ति का तात्पर्य है सम्पूर्ण समर्पण. समर्पण में यदि किंचित भी अहं भाव हो तो परमात्मा यह जानते हुवे भी की यह मेरा भक्त है फिर भी कृपा नहीं करते।यही कारण है की गजेंद्र भगवद्भक्त था ग्राह के द्वारा पकडे जाने पर संकट में पडा हुवा था पर भगवान ने कृपा नहीं की क्योंकि उसे अपने स्वयं के बल पर भरोसा था।
पूज्य आशीष बापू ने कहा की श्रीमद्भागवत में श्रीकृष्ण की चर्चा से पहले नवम् स्कन्ध में श्री राम की चर्चा आती है।प्रभु श्री राम मर्यादा के तो भगवान श्रीकृष्ण प्रेम के प्रतीक है। बापू ने उपस्थित भगवतकथा प्रेमियों से कहा की जीवन में प्रेम और मर्यादा दोनों जरूरी है।यदि जीवन में मर्यादा है प्रेम नहीं है तो प्रेम विहीन मर्यादा शुष्क बन जाता है।और जिस प्रेम में मर्यादा न हो तो मर्यादा विहीन प्रेम वासना बन जाता है।इसलिए शास्त्र कार ने श्रीकृष्ण चरित्र से पहले श्रीराम चरित्र का वर्णन किया और श्रीराम चरित्र के उपरांत श्री कृष्णावतार की विस्तार से चर्चा की।
कथा में श्रीकृष्ण जन्म महोत्सव पर बहुत ही सुन्दर झांकी का दर्शन कराया गया।जिसमें काफी संख्या में उपस्थित नर नारियों को बाल भगवान के दर्शन का भी सौभाग्य मिला।श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर नन्द घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल भजन पर उपस्थित श्रोता झूम उठे। पूज्य बापू जी के द्वारा गाये गये भजनों पर उपस्थित श्रोता भक्ति भाव में झूम उठते है।इस संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा में आर्गन पर मुकेश कुमार. तबला पर सुशील चौबे पैड पर अक्षत राज अपनी बेहतरीन कला के साथ संगत कर रहे है।
संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा में मुख्य यजमान कृपाशंकर दास उर्फ पप्पू महंत सपत्नीक. राजेश राय शिक्षक.चौकी प्रभारी असावर हरिनारायण शुक्ल. रविन्द्र यादव साधु जी.भोला राय.आशुतोष राय.अशोक पाण्डेय, हरिशंकर राय,कृपाशंकर राय,गौतम राय,राम जी पाण्डेय, काशी नाथ गुप्ता, रमेश,चुन्नू, जगेश्वर राज भर,हरिलाल,समेत हजारो की संख्या में कथा प्रेमी पुरूष एवम महिलाएं उपस्थित रही।