जिला पंचायत सदस्य हत्याकांड के विरोध में आये अफजाल अंसारी, लाश सड़क पर रख किया प्रदर्शन, कहा 8 सालों से करण्डा थाने में तैनात पुलिसकर्मी की भूमिका संदिग्ध
विकास राय
गाजीपुर। जिला पंचायत सदस्य विजय यादव की हत्या में करण्डा थाने के कारखास सिपाही की भूमिका संदिग्ध है। यह आरोप गाजीपुर लोकसभा के नवनिर्वाचित सांसद अफजाल अंसारी ने शनिवार को हत्याकांड के विरोध में धरना प्रदर्शन के दौरान लगाया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोकप्रिय जिला पंचायत सदस्य विजय यादव उर्फ पप्पू यादव की हौसलाबूलद अपराधियों द्वारा गोली मारकर की गई हत्या में स्थानीय थाने की चर्चित पुलिसकर्मी की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता है। बीते 8 सालों से यह पुलिसकर्मी इस थाने में तैनात है, जो कि नियम विरुद्ध है, बावजूद इसके पुलिस प्रशासन का इसे लगातार संरक्षण मिल रहा है। जिस वजह से क्षेत्र के अपराधियों से इसके तालमेल होने से इनकार नही किया जा सकता। संभव है कि इसकी जानकारी में ही अपराधी तमाम वारदातों को अंजाम देते हो। उन्होंने तत्काल थानाध्यक्ष और सिपाही के स्थानांतरण की मांग करते हुए 48 घंटे में हत्यारों की गिरफ्तारी और मामले के खुलासे की मांग की है। इसके साथ ही रेहटीमालीपुर के प्रधान पति की ढाई महीने पूर्व हुई हत्या के मामले के भी खुलासे की मांग की है।
मालूम हो कि बीती रात जिला पंचायत सदस्य विजय यादव उर्फ पप्पू यादव की घर के बाहर ही हौसला बंद अपराधियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद आज सुबह मृतक का शव सड़क पर रख सांसद अफजाल अंसारी और जंगीपुर विधायक डॉ वीरेंद्र यादव सैकड़ों की तादात में नेताओं कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए थे। प्रशासन द्वारा काफी मानमनौवल के बाद और सांसद अफजाल अंसारी की मांग पर आश्वासन मिलने पर धरना प्रदर्शन समाप्त किया गया। अफजाल अंसारी द्वारा अल्टीमेटम दिए जाने और पुलिस कर्मी पर संदेह जाहिर किए जाने के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
वहीं दूसरी ओर पुलिस कप्तान ने इस हत्याकांड के खुलासे के लिए क्राइम ब्रांच समेत चार टीमें लगा दी है। धरने में मन्नू अंसरी, जेपी चौरसिया, मुन्नन यादव, जिला पंचायत सदस्य सत्या यादव, सुभाष राम, लालबहादुर यादव, विवेक सिंह शम्मी, कमलेश यादव दीपक उपाध्याय, नगीना यादव, शशि यादव, नंदे, करिया यादव प्रधान, किशोर यादव, मुलायम यादव, अमरजीत यादव, शेष नाथ यादव प्रधान, हरिकेश यादव प्रधान, परशुराम बिंद, रामबचन यादव प्रधान, सुभाष, उपेंद्र यादव प्रधान, रामप्रवेश मिश्र, अरुण, अजय यादव, फेकू यादव, बसंत यादव, शिवबच्चन यादव, जमशेद खां, जमाल खां, राजेश यादव, सत्येंद्र गोड़, लल्लन बिंद समेत ढेर सारे लोग मौजूद थे।