चेहरे पर नूर और आंखों की चमक से होती है रोज़ेदार की पहचान :हाफ़िज़ शाहनावाज़
गौरव जैन
रामपुर. मुक़्क़द्दस पाक रमज़ान माह के चलते शहर में जगह जगह सैकड़ों मस्जिदों में क़ुरआन ए पाक तकमील का सिलसिला जारी है शहर भर की मस्जिदों में रोशनी की जगमगाहट से चार चांद लगे हुए हैं।इस दौरान सराफा बाजार स्तिथ जच्चा बच्चा सैंटर मस्जिद सादक खान में कलाम ए पाक तकमील हुआ जिसमें हाफिज शाहनावाज़ शम्सी ने खूबसूरत क़िरआत में कलाम ए पाक तकमील किया यहां सामा के फ़रायज़ की आदएगी निहाल शम्सी ने की।
मस्जिद परिसर में सैकड़ों नमाज़ियों को बयान फरमाते हुए हाफ़िज़ शाहनावाज़ ने कहा कि खुश नसीब हैं वो मुसलमान जिन्होंने इस पाक मुक़द्दस महीने की बरकतें हासिल की रोज़े रखे नामाज़े अदा की अल्लाह ने हमसे ऐसे बेशुमार अनमोल इबादत का हिस्सा बनाया इससे बढ़कर और क्या खुशनसीब और तोहफा हो सकता है कहा बदनसीब हैं वो जो सेहत मन्द हो कर भी अपने नफ़्स को काबू ना कर सके और रोज़े ,नमाज़, तराबीह से मरहूम हो गए उन्हें नही पता कि उनकी यह इबादत बुढ़ापे और आख़िरत में उनके कितना काम आएगी अल्लाह अपने फरिश्तों से कहेगा यह मेरा रोज़ेदार बन्दा था ,इबादत गार बन्दा था बख्श दो इसके गुनाहों को और इसे जन्नत में जगह अता करो ।कहा इंसान के आग़ाज़ से अंजाम तक का सफर क़ुरआन ए पाक में लिखे हर एक फरमान से अल्लाह तय करेगा जो जो हमारे कलाम ए पाक में लिखा है बेशक वैसा ही होगा और अल्लाह क़ुरआन के फरमान से ज़िन्दगी के आग़ाज़ से अंजाम तक को तय करेगा। उसके बाद मस्जिद में मौजूद लोगों को मिठाई तकसीम की गई इस दौरान मस्जिद के मुत्तावल्ली ज़ाहिद खान,आरिफ़ खान, मोईन खान पठान,तारिक़ खान पँछी,शुऐब शम्सी,सखावत हुसैन खान,माजिद खान राजा, अरीब नियाज़ी,व्यापारी मुमताज़ खान,सहित सैकड़ों नमाज़ी मौजूद रहे । उधर दूसरी तरफ शहर के मज़ार कल्लू मियां राजद्वारा में हाफिज मौलाना ज़मीर अहमद ने 17 वें रोज़े को क़ुरआन ए पाक तकमील किया समात की ज़िम्मेदारी हाफिज अदनान ने अदा की
इस मौके पर बयान करते हुए मोलवी ज़मीर अहमद ने कहा कि रमज़ान अल्लाह ने हमारी बख्शीश के लियें हमे दिया अगर हमने अपनी ग़फ़लत के सबब इस महीने की क़दर नहीं की तो गुनाहगार होने के साथ साथ हम अल्लाह की रहमत और उसके इनाम से भी महरूम रहेंगे इस लिये इस महीने में खूब इबादत करें और इसकी महीने की बरकतें हासिल करें इस अवसर पर सय्यद गयास मियां, सय्यद खालिद मियां, ज़की मियां, इकराम मियां, वासिक मियां, जुनैद खां,नसीर मियां,चोए मियां भइये खां आदी मौजूद रहे।