प्रॉपर्टी डीलर अपहरण मामले में अतीक अहमद पर सीबीआई ने कसा शिकंजा
तारिक खान
प्रयागराज : पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद की मुश्किलें लगातार बढ़ रहीं हैं । इसी क्रम में जेल में रहते हुए रियल एस्टेट कारोबारी के साथ मारपीट, अपहरण और उसकी कंपनियों पर जबरन कब्जा करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर अतीक अहमद व उसके बेटे के खिलाफ सीबीआई में केस दर्ज कर लिया गया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक सीबीआई ने अतीक अहमद एवं उसके पुत्र उमर समेत फारुख, जकी अहमद, जफरउल्लाह, गुलाम सरवर तथा 10-12 अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया है। इस मामले में लखनऊ के कृष्णानगर थाने में उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से दर्ज एफआइआर को ही सीबीआई की एफआइआर में तब्दील कर दी गई है।
गौरतलब है कि बाहुबली अतीक अहमद के देवरिया जेल में रहते हुए लखनऊ के बड़े कारोबारी मोहित जायसवाल का 26 दिसंबर, 2018 को अपहरण कर उन्हें देवरिया जेल ले जाने और जेल में उसके साथ मारपीट करने का सनसनीखेज मामला सामने आया था । कृष्णानगर थाने में 28 दिसंबर 2018 को दर्ज एफआईआर में लखनऊ के रियल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल ने अतीक अहमद के दो गुर्गों पर उसकी ही गाड़ी में अपहरण कर देवरिया जेल ले जाने और जेल के भीतर उसके साथ मारपीट करने व उसकी कंपनियां जबरन ट्रांसफर कराने की बात कही थी। यही नहीं, अतीक अहमद ने मोहित जायसवाल की गाड़ी भी छीन ली थी। जेल के भीतर मारपीट, अपहरण और जबरन वसूली की जानकारी सामने आने से फैली सनसनी के बाद अतीक अहमद को देवरिया जेल से ट्रांसफर कर दिया गया। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर बाहुबली अतीक अहमद को बीते दिनों नैनी जेल से अहमदाबाद जेल शिफ्ट किया गया।
मालूम हो कि मोहम्मद उमर बाहुबली अतीक अहमद के सबसे बड़े बेटे हैं । 2018 के उपचुनाव में फूलपुर लोकसभा में पहली बार मोहम्मद उमर सार्वजनिक जीवन में लोगों के सामने आए । उन्होंने सलाखों के पीछे से चुनाव लड़ रहे अपने पिता का चुनाव प्रचार संभाला ।मोहम्मद उमर विधि अंतिम वर्ष के छात्र है। अतीक अहमद के जेल जाने के बाद से कारोबार और परिवार मोहम्मद उमर ने संभाल रखा है । लेकिन लखनऊ कारोबारी के साथ जेल में हुई मारपीट मामले में नाम आने के बाद उमर लोगों से दूर थे । हालांकि उमर को लंबे समय के बाद बीते दिनों अपने पिता की अहमदाबाद जेल में रवानगी से पहले एयरपोर्ट पर देखा गया था।