अलीगढ मासूम बच्ची हत्या प्रकरण – मात्र दस हज़ार रुपयों के खातिर लिया था दरिंदो ने जान

आदिल अहमद

अलीगढ. पैसो के लालच कहे अथवा कथित बेइज्ज़ती का बदला इसको कहे, पुरे शहर को सांप्रदायिक आग में झोकने का या फिर प्रयास कहे, आखिर पुलिस ने इस मामले का पटाक्षेप करते हुवे सफल खुलासा कर ही दिया। अलीगढ में एक मासूम की हत्या करके शहर को सांप्रदायिक आग में झोकने का प्रयास करने वाले दो अभियुक्तों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस इनके ऊपर एनएसए के तहत कार्यवाही कर रही है। वही पुलिस का प्रयास है कि प्रकरण को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में चला कर मामले में जल्द से जल्द आरोपियों को सजा भी दिलवाया जा सके।

बताते चेल कि अलीगढ़ के टप्पल इलाके में बच्ची की हत्या हो गई थी। हत्या करके बच्ची की लाश को क्षतविक्षप्त हालत में फेक दिया गया था। बच्ची को लाश को कुत्तो ने भी नोच डाला था। इस हत्या का मामला लगातार गरमाता जा रहा है। इस बीच पुलिस ने हत्या के इस मामले का सफल खुलासा कर दिया है। पुलिस के मुताबिक बच्ची की हत्या उसके पड़ोसियों ने की थी। वह भी मात्र दस हज़ार रुपयों के लिए। दरअसल बच्ची के दादा के साथ उधार के पैसों को लेकर आरोपियों का विवाद चल रहा था। अलीगढ़ पुलिस के मुताबिक, ‘पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ है कि बच्ची का रेप नहीं हुआ है। उसके हाथ और पैर टूट गए थे। बच्ची के परिवार ने आरोप लगाया था कि बच्ची की आंख निकाली गई थी पर ऐसा नहीं हुआ था। लेकिन बच्ची के परिवार को ऐसा इसलिए लगा क्योंकि उसका शरीर बुरी तरह से नष्ट किया गया था।

प्रकरण में पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने बच्ची की हत्या बदले की भावना से की थी। पुलिस के मुताबिक आरोपी जाहिद ने मृत बच्ची के दादा से 50 हजार रुपए का लोन लिया था, और उस पर 10 हजार रुपए अभी भी बकाया था। इसी मसले पर दोनों के बीच बच्ची की अपहरण से 2 दिन पहले लड़ाई भी हुई थी। बच्ची के घर वालों के मुताबिक जाहिद अपने अपमान का बदला लेना चाहता था।

बता दें कि एक ढाई साल की बच्ची की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी और फिर क्षत-विक्षत शव को कूड़े में फेंक दिया गया था। तीन दिन बाद घर के पास के कूड़ाघर में बच्ची का शव मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक बच्ची की हत्या गला घोटकर की गई। ये मामला पूरे देश की नजर में तब आया जब बच्ची के नाम को लेकर ट्विटर पर एक हैशटेग चलाया गया। 24 घंटों में इस मामले पर 17 हजार से ज्यादा लोगों ने ट्वीट किए गए। ज्यादातर लोगों ने इस मामले में आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग की। इतनी घिनौनी और भयावह वारदात के पीछे की वजह महज 10,000 रुपये है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

मामला दो समुदायों से जुड़ा होने की वजह से मौके पर बड़े पैमाने पर पुलिस बल को तैनात किया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने गुरुवार को बताया था कि गत 31 मई को टप्पल से लापता हुई तीन साल की बच्ची का क्षत-विक्षत शव गत दो जून को उसके घर के पास एक कूड़े के ढेर में दबा पाया गया था। बच्ची के पिता की शिकायत पर जाहिद और असलम नामक व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था। उनसे पूछताछ में पता चला है कि दोनों आरोपियों का बच्ची के पिता से धन के लेन-देन को लेकर झगड़ा हुआ था। कुलहरि ने बताया था कि बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची से रेप की बात सामने नहीं आई है।  उसकी गला दबाकर हत्या की गयी है। उन्होंने कहा कि वारदात की गम्भीरता को देखते हुए दोनों अभियुक्त पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाए जाने की कार्यवाही शुरू कर दी गयी है। मामले की फास्ट ट्रैक अदालत में सुनवाई कराये जाने की भी प्रक्रिया शुरू की गयी है। (इनपुट: भाषा)

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