मज़हबी आस्थाओं के साथ खिलवाड़,छेड़छाड़ और जोर जबरदस्ती नही – आज़म खान
मनोज गोयल
रामपुर। सपा के फायरब्रांड नेता और बेबाक बोलने की शैली के लिए मशहूर आज़म खान ने आज तीन तलाक मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया ज़ाहिर किया. आज़म खान बोले मज़हबी आस्थाओं से कोई खिलवाड़,छेड़छाड़ और जोर जबरदस्ती से नहीं मनवाया जा सकता। हमारे लिये क़ुरान फाइनल ऑथोरिटी है। उस रास्ते से कोई मुस्लिम नहीं हट सकता है। जो कानून लाया गया हो अगर वो क़ुरान के अनुसार है तो सही है और अगर नही है तो न मंजूर है। जिन्हें 1 तलाक पर। भरोसा हो वो 1 पर कर ले 2 तलाक पर भरोसा हो तो 2 पर कर ले 3 पर हो 3 कर लें और निकाह ही क्यों करे?
सरकार का यह तरीक़ा ख़तरनाक है लोगो की आस्था ख़त्म होगी शादी ब्याह से। पूरी दुनिया में जो चलन चला है लिव इन रिलेशनशिप का कही ऐसा न हो की हिंदुस्तान में भी लिव इन रिलेशनशिप को वो ही जगह मिल जाये जो अमेरिका और यूरोप में है।
लोगो को घर बसाने दे,शादी करने दे,अपनी आस्था के हिसाब से ज़िंदगी गुजारने दे।मुस्लिम मर्द पर यह ज़ुल्म,सज़ा तीन गुना बाक़ी किसी धर्म में कोई सज़ा नहीं या बहुत मामूली। सिर्फ तलाक़ को लेकर मुस्लिमों पर कर्मनवाज़ी है हमें इससे इत्तेफाक़ नहीं है।तलाक़ इतनी अहम बात नहीं है जितनी ज़रुरत है बेरोज़गारो को नौकरियों की,शिक्षा और बच्चों के इलाज की,अस्पतालों की,मकान की,कपड़ो की।शिक्षा का कोई इंतेज़ाम सरकार के पास तो है नहीं जो शैक्षिक संस्थान हैं उन्हें भी डुबोने पर उतर आये हैं।