दलित महिला का बड़ा आरोप, दबाव के कारण पुलिस ने नहीं किया मेरी मदद
उमेश गुप्ता
बिल्थरारोड (बलिया)। अब तक तो राजनेताओ व अधिकारियों पर किसी मामले में प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से हस्तक्षेप के आरोप तो अनेक सुनने को मिले होंगे, किन्तु किसी न्यायिक अधिकारी का किसी विवाद में हस्तक्षेप का आरोप अब तक सुनने को नही मिला था. परन्तु उभांव थाना क्षेत्र के ग्राम ससना बहादुर पुर की पन्ना देवी नामक एक दलित महिला ने सोमवार को स्थानीय सीएचसी सीयर में चोटिल अपने बच्चों के उपचार के दौरान बलिया के एक न्यायिक अधिकारी पर चिल्ला-चिल्ला कर आरोप लगाया. उसने आरोप लगाते हुवे कहा कि दबाव में काम कर रही पुलिस से उसे एक भूमि विवाद में समय रहते कोई मदद नही मिली और सोमवार की प्रातः में मारपीट हो गयी। जिसमे उनके रिंकू (25) व कुमारी रीमा (20) लहू लुहान हो गए। हालांकि इस मामले में दूसरे पक्ष से भी दुर्गावती (40), राजेन्द्र (27) व रमेश राम (45) भी चोटिल हुए हैं।
महिला पन्ना देवी ने आरोप लगाया है कि मौके पर उसकी भूमि में जबरन बारजा दूसरे पक्ष ने निकाल लिया और फिर एक और बारजा निकालने को जबरी कर रहा था। पुलिस में दौड़कर मैं परेशान हो गयी हूँ। न्यायिक अधिकारी के दबाव में कोई कार्यवाही नही हुई, और अन्ततः मारपीट की घटना हो गयी। इसमें पुलिस ने मारपीट के बाद दोनों पक्षो से मुकदमा दर्ज कर लिया है। और सीएचसी सीयर में चोटिलो का उपचार व चोटो का डॉक्टरी परीक्षण कराया है। जिसमे रिंकू, रीमा व रमेश को चिकित्सक द्वारा गंभीरावस्था में सदर अस्पताल के लिए उपचारार्थ रेफर कर दिए गए हैं।