लखीमपुर खीरी में महिला का आरोप, गैंग रेप के बावजूद भी पुलिस नहीं दर्ज कर रही दो हफ्ते से शिकायत
फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी। तराई में हवस के भूखे भेड़ियों का आतंक बढ़ता जा रहा है आए दिन दरिंदे बहू और बेटियों की असमत लूटकर कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं लेकिन समाज के पहरेदार खर्राटे भर रहे हैं। लखीमपुर खीरी में एक बार फिर एक महिला को हवस के दरिंदों ने शिकार बनाया है। जानकारी के अनुसार यह पूरा मामला लखीमपुर खीरी के थाना खीरी क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। यहां 5 हवस के भूखे भेड़ियो ने एक महिला का अपहरण कर उसकी आबरू को तार-तार कर दिया। जिसके बाद दरिंदों के चंगुल से छूटकर जब महिला थाने पर न्याय की गुहार लेकर पहुंचती है तो वहां पुलिसकर्मी संवेदनहीनता की सारी हदें पार कर देते हैं। पंद्रह दिनों से महिला पुलिस के आला अफसरों की चौखट के चक्कर लगा रही है और दरिंदे खुलेआम घूमकर गैंगरेप पीड़िता को ही मौत की नींद सुलाने की धमकी दे रहे हैं।
48 घंटे पूर्व उन्नाव रेप कांड कि पीड़िता के साथ जो कुछ हुआ वह पूरा देश देख रहा है लेकिन यूपी पुलिस फिर भी दिल को दहला देने वाली ऐसी घटनाओं से सीख नहीं ले रही है शायद इसी का परिणाम है कि महिला के साथ गैंग रेप करने वाले आरोपी घटना के प्र॔दह दिनों के बाद भी खुलेआम घूम रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है क्या लखीमपुर खीरी में महफूज नहीं रही है बहू बेटियां ? घटना कुछ इस प्रकार है खीरी थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली एक महिला का आरोप है की उसको विगत 14 जुलाई को क्षेत्र के ही 5 युवक वक्त अपहरण कर लेते हैं जब वह अपने घर से अपनी सिलाई की दुकान पर जा रही थी। इसी दौरान ओयल कस्बे के आगे महिला को दबोच कर लग्जरी कार में डाल लेते हैं। महिला के आरोपों के अनुसार पांचो दरिंदे उसके साथ बारी बारी से रेप करते हैं और फिर उसे बेहोशी की हालत में किसी सुनसान जगह पर ले जाकर छोड़ देते हैं।
महिला का कहना है कि होश में आने के बाद किसी तरह महिला अपने घर पहुंचती है और परिजनों को अपनी आप बीती सुनाती है। जिसके बाद न्याय की गुहार लेकर संबंधित थाना क्षेत्र खीरी पहुंचती है। महिला का आरोप है कि आरोपी पुलिस में बड़ी पकड़ का फायदा उठाते है और जब वह अपने परिजनों के साथ थाने पर न्याय की गुहार लेकर पहुंचती है तो वहां तैनात दरोगा उल्टे महिला को ही कसूरवार ठहरा देता है। थाने पर न्याय ना मिलते देख महिला पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाती है जिसके बाद पुलिस अधीक्षक के आदेश पर गैंगरेप पीड़िता से तहरीर लेकर कार्यवाही की बात तो की जाती है लेकिन दो हफ्ते का समय बीत जाने के बावजूद खीरी पुलिस गैंग रेप जैसे जघन्य अपराध को दबाए बैठी है। जबकि महिला आए दिन कोतवाल से लेकर कप्तान ऑफिस के चक्कर काट रही है।