शैक्षिक सेवा अधिकरण प्रयागराज में स्थापित करने की मांग
तारिक खान
प्रयागराज : प्रयागराज का महत्व धार्मिक, आर्थिक, न्याययिक और शैक्षिक रहा है लेकिन सरकारों ने तमाम अधिकरण को लखनऊ में स्थापित करके प्रयागराज के महत्व को काम करती जा रही है और अब शैक्षिक सेवा अधिकरण को लखनऊ में स्थापित करके प्रयागराज के महत्व को काम करने के लिए सरकार साजिश कर रही है।
उपर्युक्त बात करते हुए हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश पांडेय ने कहाकि अधिवक्ता और अन्य सामाजिक संगठन विगत कई दिनों से आंदोलनरत हैं और कल प्रयागराज को बंद किया जायेगा। जिसमें व्यापर संगठन, छात्र संगठन और शिक्षा जगत के लोग शामिल रहेंगे। बार एसोसिएशन अध्यक्ष ने कहा कि प्रयागराज कि महिमा वापस लेन के लिए एक गैर राजनितिक संगठन का गठन हुआ है और उसी मंच के तहत आंदोलन होगा।
बार एसोसिएशन अध्यक्ष के अनुसार उनकी मांग है कि शैक्षिक अधिकरण की स्थापना प्रयागराज में हो। जीएसटी अपीलीय अधिकरण की स्थापना प्रयागराज में हो, अवसिये एवं व्यापारिक संस्थानों के गृहकर की वृद्धि पर रोक लगायी जाय, सरकारी कार्यालय के स्थान्तरण पर रोक लगायी जाय। नैनी के औद्दोगिक इकाई चालू की जायं और पुरानी पेंशन बहाल कि जाय, प्रयागराज में एम्स जैसी सुविधा के अस्पताल बने, तकनिकी विद्यालय की स्थापना हो और रेल उत्पादन इकाई खोली जाय।
प्रेस को सम्बोधित करते हुए बार अध्यक्ष ने कहा कि सरकार से मांग करने के लिए ही प्रयागराज बंद का आवाहन किया गया है और शान्तिपूर्वक प्रयागराज बंद करवाया जायेगा। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान के पी श्रीवास्तव, हरी सागर, उदय सिंह, विजय अरोरा, कुलभूषण खरबंदा, योगेंद्र सिंह और विनोद चंद दुबे आदि उपस्थित थे।