सुखी जीवन जीने के लिए बुराई,लोभ, मोह मांया, अंहकार, का त्याग करने के साथ क्षमा मांगने और क्षमा करने का साहस दिखना: पंडित लाकेश जैन
गौरव जैन
रामपुर – पर्यूषण पर्व के नवें दिन फूटामहल स्थित भगवान श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर मे सुबह सबसे पहले श्रद्वालुओ द्वारा मत्रांंचरण द्वारा भगवान श्री महावीर की प्रतिमा का कलशों द्वारा विधि विधान पूर्वक अभिषेक किया गया।अभिषेक के बाद शाम को हूए कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि इंजिनियर वीरेंद्र कुमार जैन द्वारा भगवान महावीर के चित्र पर दीप प्रज्जवलन कर किया।
इसके बाद पंडित लोकेश जैन शास्त्री द्वारा प्रवचन करते हुए कहा की सुखी जीवन जीने के लिए बुराई,लोभ लालच मोह मांया अंहकार का त्याग करने के साथ क्षमा मांगने और क्षमा करने का साहस दिखना होगा।जो इंसान इन सब गुणों को अपने अन्दर भर लेगा उसकों कभी कोई परेशानी और कष्ट दुख होगा ही नही।कार्यक्रम के दोरान महामंत्री कस्तूर चन्द्र जैन और शिखर जैन ने शान्ती धारा की देंव शास्त्र गुरू पूजा, पार्श्वनाथ पूजा सोलह कारण पूजा दस लक्षण धर्मपूजा रत्ऩत्रय पूजा और सरस्वती पूजा विधि विधान की गई उसके बाद तत्वार्थ सूत्र वाचन हुआ।भक्ति भाव से सामुहिक रूप से संगीत मंय आरती की गई बाद में स्मृति जैन ने भजन प्रस्तुत किये तथा बारह भावना विषय पर सचित जैन ने विचार व्यक्त किये।
कार्यक्रम के अन्त में जैन धर्म प्रवोधनी परिक्षा में विभिन्न वर्गो में पास होने वाले बच्चो को वैद्य बांके लाल जैन सस्था की ओर से पुरूस्कार देकर सम्मानित किया गया।इस मौके पर समिति के अध्यक्ष दिनेश जैन खन्डेवाल, विशाल जैन,महेश जैन,सुमन जैन, अल्का जैन अन्जू जैन,शशी जैन, निर्भय जैन, शीनू जैन, नेहा जैन,कंचन जैन,सरिता जैन,राकेश जैन, अशिश जैन, नकुल जैन, प्रदीप जैन, डी के जैन, भारत भूषण जैन,राजीव जैन, आदि लोग मौजूद रहें।