उत्तर प्रदेश और बिहार में बारिश के कहर से अब तक गई 70 जाने, जारी है रेड अलर्ट
आफताब फारुकी
वाराणसी/ लखनऊ: भले ही वाराणसी सहित पूर्वांचल के कुछ जिलो में सुबह से हलकी सी सूरज की चमक यह ज़ाहिर करे कि बादलो का घनापन कम हो गया है, मगर प्रदेश में अभी भी रेड अलर्ट की स्थिति है. उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जिलों में हो रही भारी बारिश की वजह से जनजीवन खासा प्रभावित हुआ है। कई जगहों पर ट्रेने रद्द की गई हैं तो कई जगह ट्रेनों का रूट डायवर्ट किया गया है। मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट के मद्देनजर अगले कुछ दिनों में दोनों ही राज्यों में भारी से भारी बारिश हो सकती है। बारिश और बारिश के बाद बने बाढ़ जैसे हालात की वजह से अभी तक अकेले इन दोनों राज्यों में 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई।
बिहार में लगातार बारिश से राजधानी पटना की सड़कों और आसपास के इलाकों में जलभराव हो गया है। उत्तर प्रदेश में बीते चार दिनों में ही 73 लोगों की मौत हुई है। उत्तर प्रदेश का प्रयागराज और बनारस समेत आसपास के जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। यूपी सरकार की तरफ से जारी बयान के अनुसार बारिश के कारण घर गिरने, पेड़ गिरने व सांप के काटने के चलते लोगों की मौत हुई। कच्चे मकानों के गिरने के अलावा दीवार गिरने के कारण भी लोगों की मौत हुई है। जारी बयान में कहा गया है कि वर्षाजनित इन हादसों में पांच लोग घायल भी हुए हैं।
वहीं, बिहार में, शुक्रवार से हो रही लगातार भारी बारिश ने राज्य के कई हिस्सों में सामान्य जनजीवन को प्रभावित कर दिया है और इसके चलते रेल यातायात, स्वास्थ्य सुविधाएं एवं स्कूल प्रभावित हुए हैं। मौसम विभाग ने 30 सितंबर तक शहर में भारी बारिश होने का अनुमान जताया जाता है। बारिश के अलर्ट को देखते हुए पटना जिला प्रशासन ने मंगलवार तक सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है।
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर और गर्दनीबाग अस्पताल के परिसर में जलजमाव हो गया। जिला मजिस्ट्रेट कुमार रवि ने संवाददाताओं से कहा कि राजेंद्र नगर और एस के पुरी जैसे इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को विभिन्न जिलों के जिलाधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बारिश से उत्पन्न स्थिति की जानकारी प्राप्त की और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। बिहार में 12 स्थानों पर शुक्रवार की सुबह साढ़े आठ बजे से शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 100 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने पूर्वानुमान जताया कि बिहार के अधिकतर इलाकों में अगले 48 घंटे तक मध्यम से भारी बारिश होगी और स्थिति तीन अक्टूबर के बाद सामान्य होगी। भारतीय मौसम विज्ञान के प्रतिनिधि ने अगले 48 घंटे के पूर्वानुमान में बताया कि मध्य बिहार, पूर्वी बिहार, उत्तर पूर्वी बिहार एवं दक्षिण पूर्वी बिहार में वर्षा की स्थिति बनी रहेगी। उसके बाद स्थिति में सुधार होगा और तीन अक्टूबर तक स्थिति सामान्य हो जायेगी। बैठक में मौजूद आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने भी मुख्यमंत्री को पूरी स्थिति से अवगत कराया और आपदा प्रबंधन की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को 15 अक्टूबर तक विशेष सतर्कता बनाये रखने के निर्देश दिए। पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि भारी बारिश से जमीन धसने के कारण धनबाद मंडल के दिलवा- नाथगंज पर अप लाइन एवं डाउन लाइन पर परिचालन कुछ घंटे के लिए प्रभावित रहा।
इसके अलावा भी कुछ ट्रेन रद्द की गईं, कुछ को आंशिक रूप से रद्द किया गया और कुछ के मार्ग में परिवर्तन किया गया। बता दें कि भारतीय मौसम विज्ञान के पटना स्थित कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक शुक्रवार सुबह 8:30 बजे से आज सुबह 8:30 बजे तक वैशाली जिला के जन्दाहा में 230.2 मिलीमीटर, नवादा जिला के रजौली में 222.4 मिलीमीटर, समस्तीपुर जिला के रोसडा में 175.0 मिलीमीटर, गया जिला के टेकारी में 170.2 मिलीमीटर, वैशाली जिला के गोरौल में 158.2 मिलीमीटर, भागलपुर शहर में 134.3 मिलीमीटर, सुपौल जिला के बसुवा में 132.4 मिलीमीटर, पटना जिला के श्रीपालपुर में 123.2 मिलीमीटर, भागलपुर जिला के बिहपुर में 115.4 मिलीमीटर, नवादा जिला के हिसुआ में 110.0 मिलीमीटर, बेगुसराय जिला के खोदावनपुर में 106.4 मिलीमीटर और भागलपुर जिला के सबौर में 102.2 वर्षा रिकार्ड की गयी।
इस अवधि के दौरान पटना शहर में 98.0 मिलीमीटर, बक्सर शहर में 92.6 मिलीमीटर, जहानबाद जिला के मखदूमपुर में 91.2 मिलीमीटर और मुजफ्फरपुर जिला के सरैया में 90.4 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गयी .पटना, गया, भागलपुर और पूर्णिया में आज सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक क्रमश: 60.1 मिलीमीटर, 63.6 मिलीमीटर, 24.1 मिलीमीटर और 25.4 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गयी थी।