सुहाग नगरी में नवदुर्गा महोत्सव की धूम
प्रवीन कुमार शर्मा
फिरोजाबाद : सुहाग नगरी में नवदुर्गा महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है जिसके तीसरे दिन मंगलवार, 1 अक्टूबर को मन्दिरों में माता के भक्तों ने 10 भुजाओं, 3 आंखों, 8 हाथों में खड्ग, बाण आदि अस्त्र-शास्त्रों वाली चन्द्रघंटा मां के तीसरे स्वरूप का पूजन किया। देवी चंद्रघंटा के सिर पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र नजर आता है। यही वजह है कि माता के भक्त उन्हें चंद्रघंटा कहकर बुलाते हैं। देवी चंद्रघंटा का वाहन सिंह होता है।
मां की उपासना का मंत्र:- पिण्डजप्रवरारूढ़ा चण्डकोपास्त्रकेर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यं चंद्रघण्टेति विश्रुता॥
भोग:- मां चंद्रघंटा के भोग में गाय के दूध से बने व्यंजनों का प्रयोग किया जाना चाहिए। मां को लाल सेब और गुड़ का भोग लगाएं।
भारत वर्ष में आस्था व श्रद्धा का केन्द्र माने जाने वाले जनपद फिरोजाबाद के उसायनी स्थित मंदिर वैष्णों देवी धाम और राज राजेश्वरी कैला देवी मंदिर में सोमवार को सुबह 3 बजे से ही आस्था का सैलाब उमड़ रहा था। श्रद्धालु कतार में खड़े होकर माता के भव्य स्वरूप के दर्शन का इंतजार कर रहे थे। दरबार में चारों तरफ जय माता दी के जयकारे गूंज रहे थे। जैसे ही 4 बजे पट खुले तो मंगला दर्शन के लिए हजारों की संख्या में भक्तों ने ममतामयी माता के स्वरूप के दर्शन किए। समूचा परिसर श्रद्धालुओं से खचाखच भरा हुआ था। मां के दर्शन कर भक्तों ने प्रसाद वितरण किया।
कुछ भक्तों ने ढोल नगाड़ों के साथ मन्दिर पर नेजा भी चढ़ाये। महिलाओं, पुरुषों और बच्चों ने व्रत रखा। फिरोजाबाद सिटी में श्री देवी मंदिर (अट्टावाला मौहल्ला), पथवारी माता का मंदिर (कोटला रोड़), काली देवी का मंदिर (जलेसर रोड़), शीतला माता का मंदिर (सुहाग नगर), नवदुर्गा मंदिर (दुर्गा नगर) सहित अन्य मंदिरों पर रात तक श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहा।