एनसीआरबी ने जारी किया अपराध के आकडे, उत्तर प्रदेश में अपराध में भारी इजाफा
आफ़ताब अहमद
लखनऊ/ उत्तर प्रदेश की पुलिस अपने लाख प्रयास कर रही है मगर अपराध है कि कम होने का नाम ही नही ले रहा है. आज मंगलवार को एनसीआरबी ने साल 2017 का आपराधिक डेटा जारी किया है। इस रिकार्ड के जारी होते ही विपक्ष अपराध के ग्राफ को लेकर सरकार पर हमलावर हो गई है. वही दूसरी तरफ निष्पक्ष मीडिया ने भी अपने सवाल सरकार पर दागने शुरू कर दिए है. जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार यूपी में महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं। साल 2016 में महिलाओं के खिलाफ दर्ज होने वाले मामलों की संख्या 49 हजार 262 थी, जो साल 2017 में बढ़कर 56 हजार 11 हो गई।
इन आकड़ो को आधार माने तो देश के कुल दर्ज होने वाले मामलों में करीब 14 फीसदी उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए। हलांकि हत्या के मामलों में कमी दर्ज की गई है। साल 2016 में हत्याओं के करीब 4889 मामले दर्ज किए गए, वहीं 2017 में 4324 मामले ही प्रकाश में आए। साथ ही दलित उत्पीड़न के भी सबसे ज्यादा मामले भी यूपी में ही दर्ज किए गए है। साल 2016 में एससी/एसटी के खिलाफ करीब 10 हजार 426 ऐसे मामले दर्ज हुए, जो साल 2017 में बढ़कर 11 हजार 444 हो गए।
साइबर क्राइम के भी सबसे ज्यादा मामले यूपी में ही दर्ज किए गए। 2016 में साइबर अपराध के करीब 2639 मामले दर्ज किए गए, जो 2017 में दोगुने होकर 4971 हो गए। वहीं देश में दर्ज होने वाले कुल अपहरण के 20.8 फीसदी मामले भी उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए।