वाराणसी – समाजवादी छात्र सभा ने पुतला फुक जताया पुष्पेन्द्र यादव एनकाउंटर पर विरोध, एक छात्र नेता खुद आया पुतले के आग की चपेट में
तारिक आज़मी
वाराणसी: झाँसी में सोमवार को हुवे ट्रक मालिक पुष्पेन्द्र यादव एनकाउंटर केस को सपा ठंडा नही पड़ने देना चाहती है। इस एनकाउंटर पर सपा लगातार सवालिया निशाँ लगाते हुवे प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन कर रही है। इसी क्रम में वाराणसी के कोतवाली थाना क्षेत्र के मैदागिन पर आज छात्र नेता और पूर्व अध्यक्ष पद प्रत्याशी समन यादव के नेतृत्व में समाजवादी छात्र सभा के सदस्यों ने पुतला दहन किया।
प्राप्त समाचारों के अनुसार पुष्पेन्द्र यादव एनकाउंटर प्रकरण में विरोध दर्ज करवाने हेतु छात्र संघ अध्यक्ष पद प्रत्याशी रहे समन यादव आप समाजवादी छात्र सभा के अन्य सदस्यों के साथ मैदागिन पर पुतला दहन करने पहुचे। इस दौरान पुलिस द्वारा पुतला छीनने का भी प्रयास हुआ, मगर छात्र नेताओ ने पुतले को आग लगा दिया। बताया जाता है कि इसी हड़बड़ी में पुतले को लगी आग के चपेट में एक छात्र नेता भी आ गया। जिसके पैरो के पास कपडे ने आग पकड़ लिया था। मौके पर मौजूद छात्र नेताओ ने तत्परता दिखाते हुवे तुरंत उसके शरीर से आग को बुझा दिया और फौरी इलाज हेतु अज्ञात स्थान पर लेकर चले गये। दुर्घटना में शिकार छात्र का नाम ऋषि यादव बताया जा रहा है।
बताया जाता है कि पुतला दहन जिस दौरान हुआ उस दौरान मौके पर अम्बिया मंडी चौकी इंचार्ज अनिल मिश्रा मौके पर थे, और उन्होंने पुतला छीनने का भी प्रयास किया मगर असफल रहे. पुतला दहन की जानकारी होते ही प्रशासन अलर्ट मोड़ पर आ गया और मौके पर थाना प्रभारी कोतवाली तथा थाना प्रभारी आदमपुर अपने दल बल के साथ पहुच गये। पुलिस के पहुचने से पहले ही छात्र मौके से फरार हो चुके थे और पुतला फुका जा चूका था। पुलिस पुतला दहन करने का नेतृत्व कर रहे समन यादव को लेकर कोतवाली आ गई है। आगे की कार्यवाही प्रचलित है। इस दौरान थाना कोतवाली में सपाइयो का जमावड़ा लगा हुआ है।
गौरतलब हो कि सोमवार को झाँसी में पुलिस मुठभेड़ के दौरान ट्रक मालिक पुष्पेन्द्र यादव की मौत हो गई थी। पुष्पेन्द्र के परिजनों का आरोप है कि बिना उनको सुचना दिए ही पुलिस ने पुष्पेन्द्र के लाश का अंतिम संस्कार कर डाला। इस दौरान पुष्पेन्द्र के परिजन कई गंभीर आरोप भी पुलिस पर लगा रहे है। इस कथित एनकाउंटर के विरोध में सपा लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही है। यही नही वाराणसी के विश्व प्रसिद्ध भरत मिलाप में यादव समुदाय के द्वारा रथ खीचा जाता था। आज जारी बयान में यादव समुदाय ने एलान किया है कि वह रथ को हाथ नही लगायेगे।