देव दीपावली पर ज्ञानसरोवर सजा सतरंगी गहनों जैसा
प्रदीप दुबे विक्की
ज्ञानपुर, भदोही। दीपों की दपदप से जगमग ज्ञान सरोवर के पानी की लहरों में सतरंगी इंद्रधनुष जैसे आकाश से उतर आया हो। भोलेनाथ की इस ज्ञानपुर नगरी में मंगलवार की शाम अनूठे देव दिवाली पर ज्ञानपुर में कुछ ऐसे ही पहने सतरंगी गहना जैसे इंद्रधनुष्य बिखरने वाले चटक रंगों में तन मन भिगोने को आतुर दर्शकों ने सरोवर के जलधार पर चमकते सितारों की खुली आंखों से दीपमाला की तरह उतरते निखरते और बिखरयू देखा। ज्ञान सरोवर की अलौकिक छटा देखकर ऐसा लग रहा था मानो आसमान धरा पर उतर आया हो।
एक साथ जले असंख्य दीपों से ज्ञान- सरोवर के सभी चारों घाट जगमगा उठे। इस अलौकिक नजारे को नजरों मे कैद करने लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। दीपों की अविस्मरणीय दृश्य को देखने के लिए स्थानीय नागरिकों के अलावा बड़ी संख्या में ग्रामीण जुटे रहे।लोग इसे अपलक निहारते रहे। हृदयस्थली सिद्धपीठ बाबा हरिहर नाथ धाम स्थित ऐतिहासिक ज्ञान सरोवर की सीढ़ियों को असंख्य दीपों से सजाने का काम सायं होते ही सजाना शुरू कर दिया गया था। देर शाम होते-होते समूचा ज्ञानसरोवर दीपों की रोशनी में नहा उठा। इस अलौकिक छटा को देखनें स्थानीय नागरिकों के अलावा आसपास के लोग भी बड़ी संख्या में पहुंचे थे। बीच-बीच में उड़ रहे भारत माता की जय और देशभक्ति गीतों से पूरा नगर रंग में रंगा सा नजर आया था।मन में आस्था की उमंग , तन में जोश की तरंग ,ना कोई आमंत्रण , नहीं कोई बुलावा , लेकिन सब मे एक रंग और श्रद्धा का एक ही भाव था।
ज्ञान सरोवर के तट पर भक्तों की अपार आस्था देख मानों पथरीली सीढ़ियां जीवन्त हो उठी हों।साफ सफाई से झकाझक , रंग रोगन से चकाचक मंदिरों की अत्याधिक ,मंदिर की अट्टालिकाएं दुल्हन सी संवरी तो ज्ञान सरोवर सीढ़ियां रंग-बिरंगी रोशनी से अलंकृत इंद्रधनुषी रंग बिखेरती दीप मालाओं से जगमग। अस्तांचल की राह पर जाते सूरज के रथ के घोड़ों की टाप थमने के साथ ही जहां मंदिरों में शंखनाद बज उठे , वहीं लोगों ने जमकर पटाखे छोड़ें। गोपीगंज प्रतिनिधि के अनुसार नगर के सदर मोहाल स्थित प्राचीन दुर्गा मंदिर पर देवदीपाली के अवसर पर मां दुर्गा का भव्य श्रृंगार किया गया। इस अवसर पर मंदिर परिसर को विद्युत झालरों और फूल मालाओं से सजाया गया था। रात में माता की आरती उतारी गई। मंदिर को भी आकर्षक ढंग से सजाया गया था।असंग दीपों से माता रानी दरबार सजाया गया था। दस्यूपुर व महादेवा स्थित अंकलेश्वर मंदिर घाट पर भी दीप महोत्सव का आयोजन किया गया।इसी तरह जंगीगंज स्थित रूद्र तालाब शिव मंदिर पर 51 सौ दीपों से रौशन किया गया था।