बाबा रामदेव की कम्पनी पतंजलि ने किया रूचि सोया का अधिग्रहण, अर्थव्यवस्था पर बोले बाबा रामदेव – अब मोदी जी खुद तो हल चलायेगे नही
आफताब फारुकी
नई दिल्ली. रामदेव की कम्पनी पतंजलि आयुर्वेद ने दिवालिया प्रक्रिया से 4,350 करोड़ रुपये के भुगतान के जरिये इंदौर स्थित सोया उत्पाद निर्माता रुचि सोया का अधिग्रहण किया है। योग गुरु ने रुचि सोया और पतंजलि आयुर्वेद से जुड़े लोगों की साझी बैठक में शामिल होने के बाद बताया, “हमारी रुचि सोया में 5,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की पूंजी लगाने की योजना है। इसमें 4,350 करोड़ रुपये की अधिग्रहण की रकम शामिल है जिसका विधिवत भुगतान पहले ही किया जा चुका है।”
उन्होंने कहा कि रुचि सोया में अगले तीन से पांच साल के भीतर 50,000 करोड़ रुपये का कारोबारी लक्ष्य हासिल करने की क्षमता है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिये नये उत्पाद भी पेश किये जायेंगे। रामदेव ने यह भी बताया कि रुचि सोया ने अभी 50,000 हेक्टेयर क्षेत्र पर पाम के पौधे लगा रखे हैं। इस रकबे को अगले पांच साल में बढ़ाकर दो लाख हेक्टेयर पर पहुंचाया जायेगा।
मौजूदा आर्थिक सुस्ती से निपटने के लिये नरेंद्र मोदी सरकार के कदमों की तारीफ करने के साथ योग गुरु रामदेव ने सोमवार को कहा कि “अच्छी नीयत के साथ लाये गए” नोटबंदी और माल एवं सेवा कर (जीएसटी) जैसे सुधारों को देश पचा चुका है। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, “मोदी सरकार ने नोटबंदी, जीएसटी और अन्य जो भी आर्थिक सुधार किये, इनके पीछे सरकार की नीयत अच्छी थी। देश ने इन सुधारों को पचा लिया है।”
रामदेव ने आर्थिक सुस्ती के सवाल पर कहा, “खुद प्रधानमंत्री ने हाल ही में इस आशय की बात कही है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में बड़ी ताकत है और देश आर्थिक सुस्ती के दौर से उबर जायेगा। इसका मतलब यही होता है कि प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री ने (आर्थिक सुस्ती पर) आंखें बंद नहीं कर रखी हैं। सरकार ने उद्योगपतियों से सुझाव मांग कर आर्थिक सुस्ती से निपटने के लिये अपनी प्रतिबद्धता भी जताई है।”
उन्होंने कहा, “हमें नकारात्मक चीजों का रोना रोते रहने के बजाय सोचना चाहिये कि देश आगे कैसे बढ़ेगा। देश को आगे बढ़ाना हम 125 करोड़ हिंदुस्तानियों की भी जिम्मेदारी है। अब खुद मोदी खेत में हल तो जोतेंगे नहीं या वह कोई कम्पनी तो चलायेंगे नहीं।”