खबर का असर, या औचक निरिक्षण – गौरीफंटा बार्डर पर अमले सहित पहुंचीं एसपी, किया निरीक्षण, तस्करों में मची हडकम्प
फारुख हुसैन
पलियाकलां-खीरी। भारत नेपाल सीमा पर स्थित गौरीफंटा बार्डर तस्करी, मानव तस्करी, मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर आये दिन चर्चा में बना रहता है। जंगल व नदी घाटों की खुली व आसान सीमा होने के चलते अराजकतत्व आसानी से बार्डर क्रास कर जाते हैं। सुरक्षा व्यवस्था के लिये खास तौर पर तैनात एसएसबी प्रमुख बार्डर पर तो अपनी सक्रियता दिखाती है लेकिन गस्त के नाम पर वह भी मानो खिलवाड़ सा करती है। इतना ही प्रमुख चेक पोस्ट पर सुरक्षा के लिये लगे जवान चेक पोस्ट छोड़कर रात को गायब हो जाते हैं जिस लापरवाही को हाल ही में विभिन्न समाचार हमारे द्वारा प्रकाशित किया था।
26 जनवरी को लेकर सुरक्षा कर्मियों के पेंच कसने के लिये गुरुवार को एसपी पूनम गौरीफंटा बार्डर पर पहुंचीं और सुरक्षा कर्मियों से 26 जनवरी तक 24 घंटे कड़ी निगरानी के निर्देश दिये। इस दौरान एसपी ने बार्डर पर खड़ी बसों में घुसकर खुद चेकिंग भी की। वहीं बार्डर पर तैनात एसएसबी इस्पेक्टर जसवीर के द्वारा किये जा रहे अभद्र व्यवहार व चेकिंग के नाम पर अभद्रता की शिकायत करने के लिये नेपाली संघ के नागरिक पहुंचे थे लेकिन डीएम के न होने से वह वापस लौट गये।
इस दौरान सीओ पलिया राकेश नायक, कोतवाल गौरीफंटा रमेश चंद्र यादव, कोतवाल चंदन चौकी सियाराम, गौरीफंटा चौकी इंचार्ज शंखधर भट्ट, इमीग्रेशन अधिकारी जयशंकर सिंह, गौरीफंटा खुफिया विभाग के अधिकारी, कस्टम अधिकारी राजीव कनौजिया, एम सिद्दीकी आदि मौजूद रहे।