कानपुर के मोहम्मद अली पार्क मे जारी रहा 16वें दिन भी महिलाओं का धरना, आयते करीमा का हुआ विर्द, अजीतगंज मे भी महिलाओं ने चौथे दिन दिया धरना
आदिल अहमद
कानपुर: आज बुधवार को नागरिकता संशोधन क़ानून (CAA) के खिलाफ चमनगंज स्थित मोहम्मद अली पार्क मे 16वाँ दिन शाहीन बाग़ की तर्ज पर महिलाओं ने प्रदर्शन करके इस काले क़ानून का विरोध किया और महिलाओं ने आयते करीमा का विर्द भी किया ऐसे ही अजीतगंज बाबूपुरवा के तिकोनिया पार्क मे भी चौथे दिन महिलाओं ने धरना दिया काफी रोक के बावजूद महिलाएं धरना देने मे डटी रहीं हिन्दु मुस्लिम सिख ईसाई आपस मे सब भाई भाई, हिन्दुस्तान जिन्दाबाद, इंक़लाब जिन्दाबाद, आवाज़ दो हम एक हैं आदि नारे लगे।
मोहम्मद अली पार्क मे एक महिला ने कहा भारत के गृहमंत्री लखनऊ आकर बोले कि चाहे कोई जितना प्रदर्शन करले हम सीएए वापस नही लेंगे, यह कैसा जालिम इंसान हैं जिसके अन्दर थोड़ी सी भी इन्सानियत नही दिख रही। पूरे देश मे दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज़ पर विरोध प्रदर्शन हो रहें हैं। फिर भी नही दिख रहा। ऐसे लोगो को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। क्योकि तानाशाही करने वालो को सरकार मे रहने का हक़ नही है।
इस दौरान एक शेर भी नारे के रूप में दिखाई दिया, “शाखो से टूट जाए वह पत्ते नही है हम, आंधियो से जाकर कह दो औकात मे रहे”। एक महिला ने कहा कि इटावा मे हमारी माँ बहने इस काले कानून के खिलाफ धरना दे रही थी और वहाँ की निकम्मी पुलिस ने जो प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया वह बहुत ही गलत हुआ। यह योगी की पुलिस है जो कानून अपने हाथ मे लेकर काम करती है। ऐसे पुलिस कर्मियों को खिलाफ सख्त कार्यवाई होनी चाहिए।
प्रोफेसर नगमा जायसी ने कहा कि आज पूरे देश मे प्रदर्शन हो रहे हैं और आप लोग बेदार हुई यह बहुत जरूरी है। क्यो कि जुल्म की एक हद होती है इन्शाल्लाह जुल्म करने वालो का खात्मा होगा। धरने मे कई महिलाओं ने अपने अपने विचार वयक्त किये।