लखनऊ – बदस्तूर जारी है CAA,NRC के विरुद्ध प्रदर्शन, पुलिस ने मशहूर शायर मुनव्वर राना की दो बेटियों सहित कुल 160 महिलाओं पर किया मुकदमा दर्ज, जाने क्या हुआ आज
आदिल अहमद (इनपुट साभार वहाबुद्दीन सिद्दीकी)
लखनऊ: सीएए और एनआरसी के खिलाफ लखनऊ के घंटाघर पर विरोध प्रदर्शन जारी है। कडाके की ठण्ड भी प्रदर्शनकारी बेटियों की हिम्मत नहीं तोड़ पा रही है। वही दूसरी तरफ प्रशासन ने प्रदर्शन करने वाली महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। मुक़दमे में नामज़द मुनव्वर राणा की दो बेटियों का भी नाम है। मुक़दमाँ कुल 160 महिलाओं के खिलाफ दर्ज हुआ है।
वही दूसरी तरफ इस मुक़दमे के बावजूद प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने अपना प्रदर्शन आज जारी रखा। बताते चले कि सीएए और एनआरसी के खिलाफ पुराने लखनऊ के घंटाघर इलाके में महिलाओं का बीती 17 जनवरी प्रदर्शन शुरू हुआ है। इसके बाद पुलिस ने 18 जनवरी को मुकदमा दर्ज किया है। अपर पुलिस उपायुक्त—पश्चिमी विकास चंद्र त्रिपाठी ने मंगलवार को बताया कि शहर में धारा 144 लागू है, मगर इसके बावजूद महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं। यह निषेधाज्ञा का उल्लंघन है। इस मामले में ठाकुरगंज थाने में अब तक तीन मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इनमें एक मुकदमे में शायर मुनव्वर राना की बेटियां- फौजिया और सुमैया के नाम भी शामिल हैं।
दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर घंटाघर परिसर में सैकड़ों महिलाएं पिछले पांच दिन से कड़ाके की ठंड के बीच प्रदर्शन कर रही हैं। उनका कहना है कि सरकार जब तक सीएए को वापस नहीं लेती और एनआरसी का इरादा खत्म नहीं करती, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। उधर, लखनऊ के ही गोमतीनगर स्थित उजरियांव में भी सोमवार शाम बड़ी संख्या में महिलाओं और लड़कियों ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस ने उनसे धारा 144 लागू होने का हवाला देते हुए प्रदर्शन खत्म करने को कहा। पुलिस ने प्रदर्शन में शामिल पुरुषों को हल्का बल प्रयोग कर खदेड़ दिया, मगर महिलाएं डटी रहीं। बताते चले कि धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा के अन्तर्गत एक स्थान पर तीन से ज्यादा लोगों के एकत्र होने पर पाबंदी होती है।
इस सम्बन्ध में शायर मुनव्वर राणा ने प्रतिक्रिया देते हुवे प्रशासनिक कार्यवाही पर सवाल उठाया है और कहा कि इसी धारा 144 के लागू होने के बाद ही गृह मंत्री अमित शाह की रैली भी हुई है। प्रशासन इस रैली के लिए अमित शाह पर कब कार्यवाही करेगा। उन्होंने एक ट्वीट के माध्यम से कहा है कि मुकदमा तो मेरे ऊपर होना चाहिए कि मैंने ऐसी बागी हमनें ऐसी बाग़ी लड़कियां पैदा की हैं, उन्होंने लिखा है कि हमेशा से होता आया है, जब कोई शाह या शहंशाह कहीं आता है तो वहां के फ़क़ीर और उनके बेटे-बेटियों को बंद कर दिया जाता है।
इस मामले में हमसे बात करते हुवे सुमैया राणा ने कहा कि हमको नही पता कि हमे और फौजिया को मुख्य अभियुक्त बनाया गया है। सरकार ने कानून और संविधान को ताख पर रखकर तानाशाही रवैया अपना लिया है। ये उबाल जो पुरे देश में हो रहा है उसी तानाशाही के विरोध में फैला हुआ है। आप खुद देखे कि यहाँ प्रदर्शन शुरू होने के बाद धारा 144 लगी है जबकि इसके बाद आज अमित शाह की रैली होती है तो क्या उनके लिए धारा 144 लागू नही है। वो कानून के दायरे में नहीं आते है। यहाँ बैठी हुई हर महिला स्वतंत्र है और खुद की मर्ज़ी से आई है। इनका कोई लीडर नही है। फैसले भी ये खुद ही करेगी। सुमैया राणा या फिर फौजिया राना नही करेगी।
वही आज सुबह सपा छात्र नेता पूजा शुक्ला को आज गृहमंत्री अमित शाह के कार्यक्रम के दृष्टिगत हाउस अरेस्ट कर लिया गया था। हाउस अरेस्ट से कार्यक्रम के बाद रिलीज़ होते ही पूजा शुक्ला धरनास्थल पर पहुची और धरनारत महिलाओं के साथ बैठी। वही दूसरी तरफ गृहमंत्री अमित शाह के लखनऊ दौरे के दौरान आसमान में काले गुब्बारे उड़ा कर विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे कांग्रेस पार्टी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला चेयरमैन तौहीद सिद्दीकी नजमी को भी बाजार खाला पुलिस ने उन्ही के घर मे हाउस अरेस्ट किया था।
सुबह ही धरनास्थल पर खड़े युवको पर कार्यवाही करते हुवे पुलिस ने उनको वहा से हटा दिया था। इस दौरान कई वाहन जो वहा खड़े थे का चालान भी किया गया। वही दूसरी तरफ कल उजरियाव के गंजशहीदा कब्रिस्तान में भी एक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। गोमती नगर के उजरियांव में प्रदर्शन कर रही महिलाओं के लिए लगे टेंट को कल ही पुलिस ने उतार दिया था। महिआये इसके बावजूद खुले आसमान के नीचे बैठी थी।