आग जलाकर सोते हुए गार्ड रूम में एक गार्ड की दम घुटने से मौत दूसरा गंभीर, पुलिस जांच में जुटी
सरताज खान
गाजियाबाद लोनी। ट्रोनिका सिटी में गार्ड रूम में आग जलाकर सोते हुए गार्ड रूम में एक गार्ड की दम घुटने से मौत और दूसरे का बेहोशी की अवस्था मे इलाज चल रहा है। जिसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। गार्ड रूम में दोनो गार्ड तसले में आग जलाकर सो रहे थे।
जानकारी के अनुसार ट्रोनिका सिटी इंडस्ट्रियल एरिया की फैक्ट्री सेक्टर ए -2 ,सी-13 में केबल बनाने का कार्य किया जाता है। फैक्ट्री मालिक एमएल गुप्ता निवासी अशोक बिहार दिल्ली ने बताया कि उन्होंने करीब 5-7 दिन पहले ही उन्होंने मंगल बाजार पूजा कॉलोनी निवासी सूरज 24 साल पुत्र सुभाष तथा अजय कुमार पुत्र सीताराम 27 साल निवासी गंगा बिहार कॉलोनी लोनी को बतौर गार्ड नोकरी पर रखा था। बीती रात गार्ड रूम में दोनो गार्ड सोए हुए थे ,जब सुबह फैक्ट्री खुलने के टाइम पर मेन गेट नही खुला तो कर्मचारियों ने दरवाजा खटखटाया। काफी समय तक जब दरवाजा नही खुला तो उन्होंने फैक्ट्री मालिक को फोन किया। जिनके कहने पर कर्मचारी दीवार फांदकर फैक्ट्री में अंदर गये और गार्ड रूम को खटखटाया। फिर भी अंदर से कोई आवाज नही आई तो अनहोनी की आशंका के चलते किसी तरह गार्ड रूम का दरवाजा तोड़ा गया।
दरवाजे के अंदर का नजारा देखकर कर्मचारी व फैक्ट्री मालिक के पैरों तले की जमीन खिसक गई।गार्ड रूम में दोनो गार्ड बेहोश पड़े थे और तसले में आग के जले हुए कोयले रखे थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनो को बेहोश अवस्था मे निजी जगमोहन अस्पताल में भर्ती कराया। जहाँ से सूरज की हालत गम्भीर देखते हुए जीटीबी अस्पताल दिल्ली में रेफर कर दिया। जिसे जीटीबी अस्पताल के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
फैक्ट्री मालिक की लापरवाही से हुई सूरज की मौत ?
सूत्रों की माने तो जब कर्मचारियों ने गार्ड रूम में दोनो को बेहोशी की हालत में देख लिया था। तो किसी को भी फैक्ट्री मालिक ने हाथ लगाने से मना कर दिया। उन्होंने पुलिस को फोन किया। काफी देर के बाद पुलिस आई तब जाकर उन्हें पुलिस ने आनन फानन में अस्पताल भिजवाया। जहाँ अजय की इलाज के दौरान जान बच गयी। लोगो का आरोप है कि अगर फैक्ट्री मालिक जानकारी मिलते ही दोनो को अस्पताल भिजवा देते और समय से इलाज मिल जाता तो सूरज की भी जान बच सकती थी। लेकिन उन्होने पुलिस केस बताकर किसी को हाथ नही लगाने दिया।