नागरिकता संशोधन कानून के विरोध प्रदर्शन में मुज़फ्फरनगर के मृतको के परिजनों से किया प्रियंका गांधी ने मुलाकात
आदिल अहमद
मुजफ्फरनगर: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आज शनिवार सुबह मुजफ्फरनगर पहुंचीं। प्रियंका का काफिला नहर की पटरी के रास्ते मुजफ्फरनगर पहुंचा था। बीते साल दिसंबर में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध प्रदर्शन के दौरान मुजफ्फरनगर के रहने वाले नूर मोहम्मद की मौत हो गई थी। प्रियंका ने नूर व अन्य मृतकों के परिजनों से मुलाकात की। प्रियंका ने रुकैया परवीन नामक उस युवती से भी मुलाकात की जिसकी शादी होने वाली है। रुकैया के परिवार का आरोप है कि पुलिस उनके घर में घुसी और बहुत सारा सामान ले गई।
प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात के बाद कहा, ‘मैंने यहां मौलाना असद हुसैनी से मुलाकात की। उन्हें पुलिस ने बेरहमी से पीटा था। पुलिस ने मदरसे के छात्रों जिनमें नाबालिग भी थे, को बिना किसी वजह के हिरासत में ले लिया। उनमें से कुछ लोगों को छोड़ दिया गया है और कुछ लोग अभी भी पुलिस कस्टडी में हैं।’
बताते चले कि पिछले साल 20 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के कई शहरों में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन हुए थे। इन प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया था। इस दौरान राज्य में 21 लोगों की मौत हुई थी। पुलिसकर्मियों समेत सैकड़ों प्रदर्शनकारी घायल हुए। करोड़ों रुपयों की सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा। मुजफ्फरनगर के नूर मोहम्मद की भी इस हिंसक प्रदर्शन में मौत हो गई थी। प्रियंका गांधी नूर मोहम्मद के परिजनों से मुलाकात के लिए ही वहां पहुंची।
गौरतलब हो कि मेरठ में हुए हिंसक प्रदर्शनों में भी 6 लोगों की मौत हुई थी। 24 दिसंबर को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मृतकों के परिजनों से मिलने के लिए मेरठ जा रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें परतापुर के पास ही रोक दिया था। पुलिस ने उन्हें धारा 144 का हवाला देते हुए रोका था। पुलिस द्वारा रोके जाने पर वह दिल्ली लौट गए थे। बताया जा रहा है कि मुजफ्फरनगर से लौटते हुए प्रियंका मेरठ जाएंगी और मृतकों के परिजनों से मिलेंगी।