कबीले में हमारे नींद हो या मौत, वह मकतल में आती है, धारा 144 लागू होने के दौरान शाह पर रैली करने के लिए केस कब होगा ? – मुनव्वर राना
तारिक आज़मी
लखनऊ.लखनऊ में धारा 144 लागू है। इस दौरान आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की रैली हुई। दूसरी तरफ CAA और NRC पर विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर मुकदमा दर्ज हुआ है। इस प्रकरण में अजीम शायर मुनव्वर राना ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर निषेधाज्ञा के उल्लंघन के आरोप में अपनी बेटियों पर मुकदमा दर्ज किये जाने की कड़ी आलोचना किया है। सख्त मुज़म्मत के दौरान उन्होंने इस सिलसिले में मंगलवार को गृहमंत्री अमित शाह की लखनऊ में हुई रैली पर भी सवाल उठाए हैं।
धारा 144 का उल्लंघन करने पर @AmitShah पर भी दर्ज हो केस
हमेशा से होता आया है, जब कोई शाह या शहंशाह कहीं आता है तो वहां के फ़क़ीर और उनके बेटे-बेटियों को बंद कर दिया जाता है।
FIR तो मेरे नाम करना चाहिए था..हमनें ऐसी बाग़ी लड़कियां पैदा की हैं!
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— Munawwar Rana (@MunawwarRana) January 21, 2020
हिंदी उर्दू के अज़ीम शायर मुनव्वर राना ने कहा है कि पुलिस ने उनकी बेटियों सुमैया और फौजिया पर धारा 144 के तहत लागू निषेधाज्ञा तोड़ने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया। मगर वह ये भी बताए कि इसी निषेधाज्ञा की धज्जियां उड़ाकर आज लखनऊ में रैली करने वाले गृह मंत्री अमित शाह पर कब मुकदमा होगा। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान अगर राम, नानक और चिश्ती का मुल्क है तो शाह के खिलाफ भी मुकदमा होना चाहिए। तब हम समझेंगे कि हमारी सरकार और पुलिस इंसाफ कर रही है।
मुनव्वर राना ने कहा कि अगर सरकार की नजर में शाह का रैली करना जायज है तो जाहिर है कि पुलिस की कार्रवाई सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहीं उनकी बेटियों और तमाम मुल्जिम महिलाओं तथा लड़कियों के साथ नाइंसाफी है। उन्होंने कहा कि यह तो वही हुआ कि जब किसी शहर में कोई ‘शाह’ आता है तो फकीरों के बेटे—बेटियां बंद कर दिये जाते हैं। राना ने कहा कि उन्होंने अपनी बेटियों से कहा है कि मुकदमे से डरने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, ‘कबीले में हमारे चाहे नींद हो या मौत, वह मकतल (कत्लखाने) में आती है, कबीले में हमारे कोई आंगन में नहीं मरता।’