भदोही: बलात्कार के आरोप में भाजपा विधायक रविन्द्रनाथ त्रिपाठी, उनके तीन बेटो और भतीजो को पुलिस ने दिया क्लीनचिट, एक आरोपी भतीजे की हुई गिरफ़्तारी
प्रदीप दुबे विक्की
लखनऊः एक महिला ने गत 10 फरवरी को तहरीर देकर आरोप लगाया था कि उसके साथ भाजपा विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी और उनके भतीजों संदीप तिवारी, सचिन तिवारी, चंद्रभूषण तिवारी, दीपक तिवारी, प्रकाश तिवारी और नीतेश तिवारी ने एक होटल में एक महीने तक बारी-बारी से बलात्कार किया। पुलिस ने इस प्रकरण में प्रारंभिक जाँच के बाद मुकदमा दर्ज किया था और शनिवार को भाजपा विधायक रविन्द्रनाथ त्रिपाठी के भतीजे संदीप को हिरासत में ले लिया था।
अब इस प्रकरण में एक अन्य मोड़ तब आया है जब भाजपा विधायक रविन्द्रनाथ त्रिपाठी सहित उनके तीनों बेटों और भतीजों को पुलिस ने क्लीन चिट दे दी है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने सबूत नहीं होने का हवाला देकर शनिवार को विधायक त्रिपाठी, उनके दो बेटों और दो भतीजों को क्लीन चिट दे दी। विधायक त्रिपाठी का भतीजा संदीप तिवारी बलात्कार और अन्य अपराधों में मुख्य आरोपी है और उसे शनिवार को गिरफ्तार किया गया था।
बताते चले कि इस मामले में मंगलवार को दर्ज एफआईआर में कुल सात लोगों के नाम दर्ज हैं, जिनमें विधायक रविंद्रनाथ त्रिपाठी, उनके भतीजे संदीप तिवारी, चंद्रभूषण तिवारी, दीपक तिवारी, उनके बेटे सचिन, प्रकाश और नीतेश तिवारी शामिल हैं। विधायक के बेटे नीतेश पर आपराधिक धमकी देने का भी मामला दर्ज है। पुलिस ने संदीप तिवारी के ऊपर से जबरन गर्भपात कराने का आरोप हटा दिया था। पुलिस ने मंगलवार को आईपीसी की धारा 376डी, 313, 504 और 506 के तहत मामला दर्ज किया था।
प्रकरण में भदोही के पुलिस अधीक्षक राम बदान सिंह ने बताया, ’10 फरवरी को एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई की शादी का वादा करके संदीप तिवारी और उसके संबंधियों ने उसका बलात्कार किया। महिला ने शिकायत में रविंद्रनाथ त्रिपाठी का नाम भी लिखाया है। मैंने मामले की जांच की और मामला दर्ज किया। जांच के दौरान इस मामले में सिर्फ दो लोगों की भागीदारी का पता चला, जिसमें से एक संदीप तिवारी और एक नीतेश है।’ कहा कि, ‘प्राप्त सभी सबूतों से यह पता नहीं चल रहा था कि विधायक और उसके बेटे इसमें शामिल थे। महिला ने मेडिकल जांच से इनकार कर दिया। महिला द्वारा दर्ज कराई गई पहली शिकायत में आरोप लगाया गया है कि उसका यौन शोषण हुआ। उसने बाद में कहा कि उसका बलात्कार हुआ। हमने दोनों आरोपों की जांच की है।’
वही इस प्रकरण में पीड़ित महिला का कहना है कि वह अपनी लड़ाई जारी रखेगी। जांच के बीच में पुलिस ने उन्हें क्लीन चिट दे दी, मेरा पक्ष सुना भी नहीं और जांच भी पूरी नहीं होने दी।’