कर्णाटक स्कूल प्रकरण में लगे राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार महिलाओं को मिली ज़मानत, पुलिस द्वारा पूछताछ पर भी लगी रोक
तारिक ज़की
बेंगलुरु. बीते 21 जनवरी को स्कूल के वार्षिक दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बच्चों ने सीएए पर एक नाटक का मंचन किया था। इसी नाटक पर स्थानीय एबीवीपी कार्यकर्ता की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था। बीदर के शाहीन स्कूल के खिलाफ बच्चों द्वारा सीएए विरोधी नाटक का मंचन करने के मामले में पिछले महीने राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। साथ ही उस स्कूल को संचालित करने वाले शाहीन शिक्षा संस्थान के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया था।
अब इस प्रकरण में एक सत्र न्यायालय ने शुक्रवार को राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार शाहीन प्राइमरी और हाई स्कूल की संचालिका फरीदा बेगम और एक छात्र की मां नजमुनिस्सा को जमानत दे दी है। इन दोनों महिलाओं पर आरोप था कि इन्होंने विद्यालय में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ विद्यालय में एक नाटक आयोजित किया था, जिसके बाद इन्हें राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 30 जनवरी को गिरफ्तारी के बाद से वे हिरासत में थी।
लाइव लॉ के मुताबिक जिला प्रमुख और सत्र न्यायाधीश ने नजमुनिस्सा और फरीदा बेगम को एक लाख रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दी गई है। साथ ही उन्हें जांच में सहयोग और जांच अधिकारी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही कर्नाटक हाईकोर्ट ने शाहीन स्कूल के नाबालिग छात्रों से अवैध रूप से पूछताछ पर पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की एक जनहित याचिका पर नोटिस जारी किया है। पुलिस को छात्रों से पूछताछ करने से भी रोकने के लिए अंतरिम निर्देश पारित करते हुए अदालत ने सरकार और पुलिस को 19 फरवरी तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा है।