सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण शहर में लगे कूड़े के ढेर
गौरव जैन
रामपुर। शहर में तीन दिन से सफाई कर्मचारियों ने अपने वेतन की मांग को लेकर हड़ताल कर रखी है जिसकी वजह से सफाई कर्मचारी शहर में सफाई का काम नहीं कर रहे हैं। जिससे शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर लग गए हैं जिससे शहर में गंदगी बढ़ गई है तथा लोगों के घरों में भी कूड़ा इकट्ठा हो गया है। जगह-जगह बच्चों के गंदे डायपर सड़क पर पड़े हुए हैं जिनको जानवर अपने मुह से फाड़ कर इधर उधर ले जा कर फेंक देते हैं
जिससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ गया है। नगर पालिका द्वारा सफाई कर्मचारियों की हड़ताल को अनदेखा किया जा रहा है जिसका खामियाजा आम जनता को उठाना पड़ रहा है। लोग अत्यधिक परेशान हैं शहर में कूड़े के ढेर लग जाने से तथा गलियों में गंदगी पड़े होने से और घरों में कूड़ा इकट्ठा हो जाने के कारण लोगों ने बाहर से आने वाले मेहमानों को भी रामपुर आने से मना कर दिया है। राष्ट्रीय सफाई मजदूर संगठन के प्रदेश सचिव सलविंदर विराट ने बताया कि लगभग 50 दिन पहले नगर पालिका में ठेके पर 500 लोग रखे गए थे तथा इनसे ₹500 की रसीद भी काटी गई थी और ₹308 प्रतिदिन तनखा रखी गई थी लेकिन 50 दिन बीत जाने के बाद भी सफाई कर्मचारियों को उनका वेतन नहीं मिला है।
नगरपालिका के ईओ से बात की तो उन्होंने बताया कि हमारी तरफ से कोई ठेका निकाला ही नहीं गया अब सवाल यह उठता है कि जब ठेका निकला ही नहीं तो यह सफाई कर्मचारी कैसे रखे गए तथा जो इनकी रसीदें काटी गई है वह किस विनाह पर काटी गई है। जबकि नगर पालिका में इन 500 लोगों के भर्ती होने की नाम की लिस्ट भी लगाई गई थी और तभी से यह 500 लोग शहर के लगभग 22 वार्डों में सफाई कर्मचारी का कार्य कर रहे थे। अपने वेतन न मिलने के कारण सफाई कर्मचारियों ने सफाई का कार्य बंद कर दिया है और हड़ताल जारी कर रखी है।