मऊ – यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट का पेपर हुआ लीक, कथित आरोपी शिक्षक हिरासत में
आसिफ रिज़वी
मऊ. यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में केंद्र व्यावस्थापक से लेकर कक्ष निरीक्षकों तक की लापरवाही सामने आई है। रामपुर में लापरवाही के चलते परीक्षार्थियों को हिंदी का गलत पेपर बांट दिया गया। परीक्षार्थियों ने विरोध किया तो उन्हें उसी प्रश्न पत्र को हल करने को कह दिया गया, जिससे परीक्षार्थियों का भविष्य संकट में आ गया है। जब मामला डीएम तक पहुंचा तो डीएम ने जिला विद्यालय निरीक्षक को तलब कर लिया और इस मामले में केंद्र व्यावस्थापक को हटाने व दोषियों पर रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश दिए हैं।
अब इसके बाद सबसे संगीन मामला प्रकाश में आया है. युपी बोर्ड इंटर परीक्षा 2020 के भौतिक विषय का प्रश्न पत्र लीक हो गया है. इस पेपर के लीक हो जाने के बाद हरकत में आये बोर्ड ने 69 एग्जाम सेंटर पर परीक्षा रद्द कर दी गई है।
बताते चले कि गुरुवार को इंटरमीडिएट का फिजिक्स का पेपर था। दोपहर अचानक हल किया गया प्रश्न पत्र कई व्हाट्सएप ग्रुपों पर वायरल हो गया। इसके बाद जिला और शिक्षा प्रशासन ने इसकी पड़ताल कराई। जिलाधिकारी ने आनन-फानन में वरिष्ठ अफसरों के साथ बैठक की। फिजिक्स प्रश्न पत्र के तीन सेटों में से एक सेट का प्रश्न पत्र शब्दशः मिलने के बाद 69 केंद्रों की परीक्षा रद्द करने का आदेश जारी किया गया। उस शिक्षक को भी हिरासत में ले लिया गया है जिस पर प्रश्न पत्र हल कर वायरल करने का आरोप हैं।
इस सम्बन्ध में प्राप्त समाचारों के अनुसार मऊ के 135 केन्द्रों पर यूपी बोर्ड की परीक्षा हो रही है। गुरुवार की दोपहर लगभग 12 बजे दूसरी पाली में इण्टरमीडिएट की भौतिक विज्ञान का प्रश्न पत्र था। इसी दौरान साल्व पेपर वाट्सअप ग्रुपों पर वायरल हो गया। बीएसए और डीआईओएस ने जांच शुरू की तो पता चला कि तीन में से एक सेट का पेपर आउट हुआ है। पता चला कि एक्स-वाई कोड का पेपर आउट हुआ है। जिलाधिकारी ने जिन 67 केन्द्रों पर इस कोड का पेपर बांटा गया वहां की परीक्षा निरस्त कर दी। जांच में पता चला कि प्राथमिक विद्यालय भटमिला में तैनात शिक्षक ओंकार यादव, जैसवारा भटौली में तैनात शिक्षक प्रिंस कुमार और शिक्षक गोपाल दुबे ने पेपर आउट किया है। सरायलखंसी पुलिस ने ओंकार और प्रिंस को हिरासत में ले लिया है।