फसल मुआवजे को लेकर तहसील परिसर में भारतीय किसान संघ ने दिया धरना
गौरव जैन
मिलक। भारतीय किसान संघ द्वारा किसान फसल के मुआवजे एवं सर्वे की मांग को लेकर निरीक्षण भवन मिलक में एकत्रित हुए। किसानों ने पंचायत की एवं सर्वसम्मति से देश के अंदर कोरोना वायरस को लेकर बरती जा रही सतर्कता को देखते हुए तथा उच्च नेतृत्व के आदेशानुसार प्रस्तावित धरना प्रदर्शन को परिवर्तित कर दिया और सभी किसान जिला अध्यक्ष आदेश शंखधार के नेतृत्व में जोरदार नारेबाजी करते हुए तहसील मिलक में एडीएम राम भरत तिवारी की अध्यक्षता में चल रहे संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचे और वहीं पर अपनी मांगों के संबंध में जोरदार नारेबाजी करने लगे तथा संपूर्ण समाधान दिवस धोखा है फसलों का मुआवजा दिया जाए ,फसलों का सर्वे किया जाए, भारत माता की जय आदि नारों से तहसील परिसर गूंज उठा। पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया और तहसीलदार विमल कुमार शुक्ला किसानों के बीच पहुंचे और जिला अध्यश आदेश शंखधार से ज्ञापन देने की अपील की इस पर जिलाअध्यक्ष से मुआवजे की मांग को लेकर उनकी तीखी झड़प हो गई जिससे किसानों का पारा चढ़ गया और वह संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता कर रहे एडीएम प्रशासन को अपने बीच बुलाने पर अड़ गए और ज्ञापन देने से इनकार कर दिया। प्रशासन द्वारा किसानों को शांत करने का प्रयास किया गया लेकिन किसान अपनी मांगों पर डटे रहे तथा एडीएम प्रशासन को अपने बीच बुलाने पर ही ज्ञापन देने की बात कही गई। जिस पर अधिकारियों ने नियमों का हवाला देकर किसानों को समझाने का प्रयास किया। किसान तहसील परिसर में ही प्रदर्शन करते हुए वहीं बैठ गए। किसानों के बीच संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता कर रहे एडीएम रामपुर राम भरत तिवारी ज्ञापन लेने और उनकी समस्या सुनने पहुंचे। एडीएम के किसानों के बीच पहुंचने पर किसानों ने अपनी सभी मांगे उनके समक्ष रखीं। जिला अध्यक्ष आदेश शंखधार ने एडीएम राम भरत तिवारी को बताया कि मिलक क्षेत्र में भारी ओलावृष्टि एवं बेमौसम बरसात से फसलों को अत्यधिक हानि पहुंची है तथा अभी तक कोई भी सरकारी कर्मचारी किसानों के बीच नहीं पहुंच सका है जिससे किसानों के मन में निराशा उत्पन्न हो रही है तथा मिलक प्रशासन का रवैया किसान विरोधी है और उनसे इस संबंध में कहा गया कि मिलक प्रशासन संपूर्ण समाधान दिवस में दिए गए ज्ञापनो एवं समस्याओं को गंभीरतापूर्वक नहीं लेता तथा प्रशासन किसानों का कोई काम नहीं कर पा रहा है इस पर एडीएम ने तहसील परिसर में लगे हुए बीमा कंपनी के प्रतिनिधि को बुलाकर किसानों के समक्ष उनसे फसल मुआवजा की प्रगति जानी तथा बीमा कंपनी प्रतिनिधि को कड़े निर्देश दिए एवं हर संभव मदद की बात कही। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राम भरत तिवारी ने किसानों का ज्ञापन लेते हुए उन्हें विश्वास दिलाया कि जिन किसानों का फसल बीमा नहीं हुआ है या जो किसान अपनी फसल को बीमा कंपनी में अधिसूचित नहीं करा पाए हैं उनके लिए प्रशासनिक स्तर से जो भी संभव मदद होगी वह शासन स्तर से दिलवाने का प्रयास किया जाएगा और सर्वे का कार्य चल रहा है कहीं कोई दिक्कत हो तो लिखित में उसकी सूचना या शिकायत दे दी जाए एडीएम ने स्थानीय प्रशासन को भी निर्देश दिए कि किसानों की सभी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से किया जाए एवं सभी पीड़ित किसान अति शीघ्र बीमा कंपनी को सूचना दें। स्थानीय पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में एडीएम वित्त एवं राजस्व को भारतीय किसान संघ द्वारा अपनी मांगों के संबंध में ज्ञापन प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर जिला प्रचार प्रमुख मुजीब कमाल, विजयपाल, अरविंद गंगवार, मथुरा प्रसाद, मोहम्मद सलीम, भानमती, रमेश गंगवार, दुर्गेश मौर्या, सोमपाल राठौर, धीरज शर्मा, पप्पू यादव, भजनलाल, प्रेम बहादुर, शाहिद, वीरेश शर्मा, गेंदन लाल, हरपाल, मेवाराम, राम सिंह, हसन दूल्हा, बहादुर अली, बृजपाल आदि किसान रहे।