जुलूस-ए-गरीब नवाज़ में तिरंगा लहराकर हिंदुस्तान ज़िंदाबाद के लगे नारे
आदिल अहमद/मो0 कुमेल
कानपुर 02 मार्च मोहम्मदी यूथ ग्रुप के ज़ेरे कयादत मे खानकाहे हुसैनी से कानपुर शहर मे गयासद्भाव एकता शांति व भाईचारा का पैगाम पूरे सूबे में आम करने वाले परम्परागत मरकज़ी जुलूस ए गरीब नवाज़ मे हिंदुस्तान ज़िंदाबाद, नफरत हटाओं, मोहब्बत बढ़ाओं के नारों के साथ निकाला गया।
काज़ी ए शहर मौलाना मोहम्मद आलम रज़ा खाँ नूरी ने सफेद कबूतर उड़ाकर अमन भाईचारे को मज़बूत करने का पैगाम देते हुए जुलूस ए गरीब नवाज़ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मोहम्मदी यूथ ग्रुप के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड व उपाध्यक्ष मुरसलीन खाँ भोलू ने जुलूस का नेतृत्व किया जुलूस मे सबसे आगे परचमे गरीब नवाज़ व राष्ट्रीय ध्वज ख्वाजा के दीवाने लहराते हुए व ख्वाजा का हिंदुस्तान ज़िंदाबाद, हिंदुस्तान ज़िंदाबाद, हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई आपस मे भाई-भाई नफरत छोड़ो भारत जोड़ो, नफरत हटाओं मोहब्बत बढ़ाओं, इस्लाम ज़िंदाबाद, अमन भाईचारा ज़िंदाबाद, हिंदुस्तान ज़िंदाबाद, दहशतगर्द मुर्दाबाद के नारों की गूँज के साथ जुलूस खानकाहे हुसैनी से कर्नलगंज लकड़मण्डी, यतीमखाना, दादामियाँ चौराहा, दलेल पुरवा, इफ्तिखाराबाद, बाँसमंडी चौराहा, तिकुनियां पुरवा चौराहा, हलीम कालेज चौराहा, मोहम्मदी अली पार्क, गुलाब घोसी मस्जिद, रुपम चौराहा, रहमानी मार्केट, मोहम्मदी मस्जिद, तिकुनियां पार्क, नीली पोश रोड, बजरिया मैदान, चूड़ी मोहाल, कारी साहब का पार्क होते हुए लालइमली चौराहा जीआईसी मैदान पहुंचा जुलूस के रास्तों मे तंज़ीमों ने कैम्प लगाकर जुलूस का फूल की पंखुड़ियों, फूल मालाओं से इस्तकबाल किया कैम्पों मे व जुलूस मे सभी मज़हबों के लोग शामिल हुये व जुलूस के रास्तों पर शर्बत पानी व लंगर वितरण किया गया जुलूस मे इस्लामिक परचमों के साथ नात-मनकबत पढ़ते लोग चल रहे थे। जुलूस मे विधायक हाजी इरफान सोलंकी, विधायक अमिताभ बाजपेयी विधायक सोहिल अख्तर अंसारी व शहर के सम्मानित नागरिक गण जुलूस मे साथ साथ चल रहे थे।
जुलूस आपने परम्परागत मार्गों से होता हुआ जीजीआईसी मैदान मे पहुंचा नमाज़ अदा करने के बाद दुआ हुई जिसमें अल्लाह से पैगंबर ए इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफा (स०अ०व०), मौला अली, गरीब नवाज़ के सदके व ख्वाजा के सालाना उर्स की बरकत से मुल्क सूबे व शहर मे अमनों अमान, खुशहाली देने, कोरोना वायरस से पूरी दुनियां की हिफाज़त करने की दुआ की गयी जिसमें हज़ारों हाथ उठे सभी ने आमीन आमीन आमीन कहा।
जुलूस गरीब नवाज़ मे इखलाक अहमद डेविड, सैय्यद मोहम्मद अमीन मियाँ, काज़मी, मुरसलीन खाँ भोलू, अबुल हाशिम कशफी, हरप्रकाश अग्निहोत्री, अब्दुल मोईन खान, हाजी ज़िया, हाफिज़ नय्यर साबरी, सैय्यद फज़ल महमूद, हाफिज़ मोहम्मद कफील हुसैन, हाजी निज़ामुद्दीन, मोहम्मद फाज़िल चिश्ती, इस्लाम खान चिश्ती, नूर आलम, इरफान अशरफी, बब्लू खान, मोहम्मद शादाब, अयाज़ चिश्ती, हयात ज़फर हाशमी, आज़म महमूद, अफज़ाल अहमद, मोहम्मद नासिर खान, मोहम्मद अरशद, शहाबुद्दीन खान, सैय्यद शादाब अली, हाफिज़ सैफ चिश्तिया, नफीस नूरी, रिज़वान वारसी, मोहम्मद तौफीक, शफाअत हुसैन, महबूब आलम खान, इस्लाम खाँ आज़ाद, शकील अब्बा, सैय्यद शाबान, जियाउद्दीन, तहसीन अंसारी, मुफ्ती शाकिब अदीब, एहतिशाम अंसारी, शमशुद्दीन, मोहम्मद अज़हर, मोहम्मद वसीम, आरिफ खान, इरफान बरकाती, हाफिज़ हसीब अहमद, इदरीस अहमद, मोहम्मद रफीक, परवेज़ बाबू, मोहम्मद शाहिद, मोहम्मद वसीक, परवेज़ सिद्दीकी, अबरार वारसी, मोहम्मद हफीज़, मोहम्मद जावेद, सैय्यद तलहा, इनायत अंसारी, मम्नून कश्फी, शोएब चिश्ती, मोहम्मद असलम, गुफरान मजीद, शाह मोहम्मद, सलाउद्दीन, मोहम्मद वसीम, इमरान पठान, हाफिज़ मुशीर अहमद, ज़ियाउद्दीन, शारिक वारसी, माबूद खान, नाज़िम हशमती इरफान बरकाती, मोहम्मद शाबान, अनीस अहमद, मेराज खान, रौनक अंसारी, मोहम्मद नदीम, मोहम्मद मुफीद, मोहम्मद मुबश्शीर, मोहम्मद रिज़वान, समद चिश्ती, जमालुद्दीन, मोहम्मद अहमद, मोहम्मद अज़कार, अमीरुद्दीन अंसारी, मोहम्मद काशिफ खान, अदनान बरसाती, मोहम्मद कैफ, मोहम्मद हस्सान आदि सैकड़ो लोग थे।