भारत ने हाइड्रो क्सीक्लोरोक्वीन दवा के निर्यात पर लगे प्रतिबन्ध को आंशिक रूप से हटाया
तारिक खान
कोरोना वायरस के मरीजों के लिए कारगर माने जा रहे एंटी मलेरिया दवा हाइड्रो क्सीक्लोरोक्वीन को लेकर भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। आज भारत ने इस एंटी मलेरिया दवा के निर्यात से आंशिक तौर पर बैन हटा दिया है।
पत्रिका के खबर के मुताबिक भारत ने कहा कि घरेलू जरूरतों का हिसाब लगाने के बाद ही कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित देशों की मांग पर हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा की आपूर्ति को लेकर फैसला लिया जाएगा। यानी अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि किस देश को कितनी आपूर्ति की जाएगी।
गौरतलब हो कि भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में भी कोरोनावायर का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। खतरनाक वायरस ने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है। अब तक इस वायरस से 75 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। जबकि 13 लाख लाख से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं।
पूरे विश्व में इस वायरस की वजह से सबसे ज्यादा मौत इटली में हुई हैं, उसके बाद स्पेन में लोगों ने सबसे ज्यादा जान गंवाई है। तीसरे नंबर पर अमेरिका है, जहां सोमवार सुबह मौत का आंकड़ा 10 हजार पार कर गया। वहीं इटली में 16 हजार से ज्यादा तो स्पेन में 13 हजार से ज्यादा मौत का आंकड़ा है। पूरे विश्व में 75 हजार से ज्यादा मौत का आंकड़ा वर्ल्डओमीटर्स.इंफो की रिपोर्ट के हवाले से दिया गया है।
इस दौरान भारत ने मलेरिया रोधी दवा के निर्यात बंद कर दिया था. इसी बीच भारत पर इसका दबाव बढ़ता जा रहा था कि भारत इस निर्यात प्रतिबन्ध को हटाये. इसी क्रम में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से कोरोना के मरीजों के इलाज में इस्तेमाल हो रही मलेरिया रोधी दवाई हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन के निर्यात पर लगी रोक को हटाने की मांग की है. ट्रंप ने संकेत दिया है कि यदि भारत हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को हटाकर अमेरिका को इस दवा की आपूर्ति नहीं करता है तो वह इसका जवाब दे सकते हैं.
भारत में कोविड-19 मरीज का इलाज करने वाले मेडिकल और हेल्थकेयर वर्कर द्वारा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के उपयोग की अनुमति है। भारत से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा की मांग करने वालों में अमेरिका, ब्राजील, रूस, इजरायल, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन,अबू धाबी आदि देश शामिल हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि इस संबंध में मैंने रविवार की सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और उन्होंने हमारी हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा के सप्लाई को अनुमति दे दी है, जिसकी हम सराहना करते हैं।
उन्होंने कहाकि तो वह एंटी मलेरिया दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की सप्लाई नहीं भी करते हैं तो कोई बात नहीं। मगर हम इस पर जवाबी कार्रवाई करेंगे। आखिर हम इसका जवाब क्यों नहीं देंगे।