मुम्बई से घर लौटने की थी चाहत, सडको पर दौड़ते यमराज ने पंहुचा दिया यमलोक, तीन प्रवासियों की मौत
ज़मीर अशरफ
मिर्ज़ापुर. आँखों में लॉक डाउन में बेरोज़गारी की दहशत के साथ घर लौटने की चमक रही होगी। सभी इतना लम्बा सफ़र कार से करके आ रहे थे तो नींद भी इस उम्मीद के साथ आ गई होगी कि अब अगली नींद खुद के घर पर लेंगे। मगर बिहार के निवासी उन प्रवासियों को क्या मालूम था कि खुली हवा में सोने के बाद उनकी सुबह इस दुनिया में नहीं बल्कि यमलोक में यमराज के सामने होगी। सडको पर चक्कों के सहारे दौड़ते इन यमदूतो की रफ़्तार उनकी मौत का सबब बन जायेगे।
मुंबई से इनोवा कार से लौट रहे बिहार निवासी सात प्रवासी मिर्जापुर के लालगंज थाना क्षेत्र के बसही गांव में पटरी के बगल में वाहन खड़ा कर सो रहे थे। इसी बीच गुरुवार रात लगभग तीन बजे एक डंपर ने उन्हें रौंद दिया। जिससे दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और दो घायल हो गए। एक घायल अपनी सांसे रोक कर अस्पताल तक तो पंहुचा मगर उसके बाद उसकी ज़िन्दगी भी दगा दे गई और मंडलीय अस्पताल में उसकी भी मौत हो गई। पुलिस ने घायलों को मंडलीय अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवा दिया है और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना की सूचना मिलते ही आईजी पीयूष श्रीवास्तव, जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल व पुलिस अधीक्षक डॉ। धर्मवीर सिंह मौके पर पहुंचे।
घटना के सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार राजमार्ग संख्या सात से बिहार निवासी सात प्रवासी इनोवा गाड़ी किराए पर लेकर मुंबई से घर वापस जा रहे थे। वे जैसे ही लालगंज पहुंचे थे कि ड्राइवर ने बसही स्थित एक मठ के सामने पटरी के किनारे गाड़ी खड़ी कर दी। उसके बाद सात में से तीन लोग जमीन पर चादर फैलाकर सो गए और चार लोग गाड़ी में ही सो गए। लगभग तीन बजे एक निर्माण कंपनी का डंपर पत्थर लादकर कैंप कार्यालय लालगंज से बसही की ओर जा रहा था। तभी एकाएक गाड़ी अनियंत्रित हो गई और सड़क के किनारे सो रहे इन प्रवासियों को रौंद दिया। उनकी चीखें सुनकर मठ के लोग जाग गए। बिहार के गोपालगंज फैजुल्लापुर खोमारी गांव निवासी राजू सिंह (26) व सौरभ कुमार (23) की मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल बिहार के ही गोपालगंज खोमारी बैंकुठपुर निवासी अमित सिंह की मंडलीय अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई।