न आये अपने पसंदीदा अखबार की खबर पर, नही होगी मस्जिदो में ईद की नमाज़, आलिमो की आई अपील – कहा घर पर ही पढ़े चाश्त की 4 रकआत नमाज़
अहमद शेख
वाराणसी। आप अपने पसंदीदा अखबार के द्वारा प्रकाशित समाचार में ईद की नमाज़ का टाइम टेबल देख कर अगर ईद की नमाज़ मस्जिद में जाकर अदा करने की तैयारी कर रहे है तो आपको हम बताते चले कि ये संभव नही है। बल्कि नमाज़ आपको घरो में ही अदा करना है। मस्जिदों में केवल 5 लोग पहले की तरह ही नमाज़ अदा करेगे। आप किसी बहकावे में न आये, सरकारी नियमो का पालन करे। घरो में नमाज़ पढ़े।
दरअसल हुआ कुछ इस तरह से कि आज सुबह जब लोगो ने अख़बार खोला तो उनकी नज़र ईद की नमाज़ के वक्त पर पड़ी। अख़बार के समाचारों के साथ ईद की नमाज़ हेतु हर एक ईदगाह पर होने वाली ईद की नमाज़ का वक्त छपा हुआ था। फिर क्या था ? देखते देखते इस अफवाह को बल मिला कि ईद की नमाज़ होगी। इसके मुत्त्ल्लिक कुछ जगहों पर मस्जिदों में तैयारी भी दिखाई देने लगी। वही बुद्धिजीवियों की नज़र जब इसके ऊपर पड़ी तो उन्होंने इसका खंडन करना शुरू किया, मगर लोगो तक अपनी बात पहुचने में उनको भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इस दौरान हमने काफी मस्जिदों के मुत्वल्लियाँनो से बात किया। उनमे से किसी ने भी इस बात की पुष्टि नही किया कि उनसे ईद की नमाज़ का वक्त किसी खबर नवीस ने दरयाफ्त किया हो। इससे यह तो साबित होता है कि ईद की नमाज़ के लिए छपा टाइम टेबल आपका पसंदीदा अख़बार पिछले साल के तर्ज पर ही छाप बैठा है। मगर आपको सोचना चाहिए कि आपका पसंदीदा अखबार आपके सामने क्या खबर परोस रहा है। एक अख़बार की कटिंग भी वायरल होने सोशल मीडिया पर शुरू हो चुकी है। मुस्लिम इलाको में जहा ईद के चाँद का दीदार हो जाने की खुशिया है वही कोरोना जैसी महामारी से चल रही अपने मादरे वतन की शिद्दत से लड़ी जा रही जंग को लेकर लोग ग़मगीन है। इस महामारी के कहर से खौफज़दा लोग खुद ही घरो में रह रहे है।
इस दरमियान वाराणसी जिलाधिकारी ने भी मामले का संज्ञान लेते हुवे सभी अखबारों को निर्देशित किया है कि कल इस खबर का खंडन लगाये। जारी किये गए बयान में जिलाधिकारी ने साफ़ तौर पर कहा कि सरकार द्वारा जारी किये गए लॉक डाउन – 4 के सभी नियम उसी प्रकार से लागू होंगे। नमाज़ केवल 5 लोग अधिकतम मस्जिदों में पढ़ सकते है और सभी लोग घरो में नमाज़ पढ़े।
इसी दरमियान तमाम आलिमो ने ईद के नमाज़ के लिए घरो में तरीकत बताई है। उन्होंने बताया है कि यदि आपके परिवार में चार लोग है और कुत्बा पढ़ सकते है तो घरो में अपने परिवार के सदस्यों सहित जमात कर ले और ईद की नमाज़ मय 6 जायद तक्बीरो के साथ पढ़े। अगर ऐसा मुमकिन नहीं है तो चार रकात नमाज़ चाश्त की अदा करे। यह एक ही सलाम से भी हो सकती है और दो दो रकआत की अलग अलग नियतो के साथ भी हो सकती है। आलिमो ने यह भी अपील किया है कि अल्लाह की बारगाह में दुआ करे कि अल्लाह इस मुजी बिमारी से सभी को पनाह में रखे।