होम क्वॉरेंटाइन के नाम पर लापरवाही डाल सकती है मुश्किल में
बापू नंदन मिश्र
रतनपुरा ( मऊ) कोरोना महामारी के प्रसार की गति धीमी करने की नियत से केंद्र सरकार द्वारा किए गए लगातार तीसरे लॉक डाउन की समाप्ति से पूर्व देश के विभिन्न प्रदेशों में रोजी रोटी की जुगाड़ में निकले मजदूरों का वापस अपने घरों को लौटना जारी है ।
सरकार द्वारा रेल एवं रोडवेज बसों से लगातार मजदूरों को उनके गृहनगर तक पहुंचाने का सिलसिला शुरु हो चुका है। इस दौरान बड़ी संख्या में मजदूरों की ऐसी संख्या जो आपा-धापी में स्वयं के साधनों भी अपने घरों को लौट रहे हैं।जिनकी जानकारी प्रशासन को नहीं हो पा रही है। कुछ को प्रशासन द्वारा थर्मल चेकिंग के बाद घरों पर होम क्वारंटीन की हिदायत के साथ रवाना किया जा रहा है। किंतु ऐसे मजदूरों द्वारा होम क्वारंटीन एवं फिजिकल डिस्टेंसिंग के सिद्धांतों का पूरी तरह पालन नहीं किया जा रहा है ।इससे गांव के अन्य नागरिकों में कोरोना संक्रमण का भय व्याप्त हो गया है ।
ग्रामीणों को अक्सर यह कहते सुना जा रहा है कि इनकी लापरवाही पूरे गांव एवं जनपद को भारी ना पड़ जाए। क्षेत्र के जमदरा, गडवा ,शाहपुर ,जमालपुर बुलंद, सहुआरी ,चकरा, जमीन सहरुल्लाह,साहूपुर ,हलधरपुर ,खड़ार गाड़ी, बकुची ,थलईपुर, बस्ती-बहरवार, तुर्कगडवा सहित अन्य समीपवर्ती गांवों में प्रवासी मजदूरों की बड़ी खेप इन दिनों पहुंच रही है ।किंतु होम क्वारंटीन एवं व्यक्तिगत दूरी को कौन कहे कहीं कहीं इन लोगों को खुल्लम-खुल्ला घूमते हुए देखकर सामान्य नागरिकों की नींदें उड़ी हुई है । इनकी लापरवाही पूरे क्षेत्र एवं जनपद के लिए मँहगी न पड़ जाए ।लोगों का कहना है कि अन्य प्रदेशों से इनका अपने गांव एवं घरों को लौटना तो वाजिब है किंतु प्रशासन द्वारा इन्हें क्वारंटीन किए जाने हेतु कड़े कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। अन्यथा इनकी लापरवाही पूरे क्षेत्र एवं जनपद को भारी पड़ने की पूरी आशंका है।