Big Breaking – चीन से सम्बंधित टिकटोक, शेयरइट और युसी ब्राउज़र सहित 59 एप भारत में हुवे बैन, देखे प्रतिबंधित एप्स की लिस्ट
अहमद शेख “बब्लू”
नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच बढ़ते सीमा विवाद और दोनों देशो के बीच बढती दूरी का असर अब कारोबार पर भी पड़ेगा। भारत की उदार निति का नाजायज़ फायदा उठाने वाले चीन को एक बढ़िया सबक देते हुवे भारत ने चीन के प्रसिद्ध टिकटोक, शेयरइट और यूसी ब्राउज़र सहित कुल 59 एप को ब्लाक कर दिया है।
Government bans 59 mobile apps ? including #TikTok, likee, UC Browser, etc.
This decision is a targeted move to ensure safety and sovereignty of Indian cyberspace & to safeguard interests of crores of Indian mobile/internet users
?Here's the list?https://t.co/aKgmnAglOs pic.twitter.com/ooTUWj6R5E
— PIB India (@PIB_India) June 29, 2020
बता दें कि 15-16 जून की दरमियानी रात को लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुए झड़प में कर्नल समेत भारत के 20 जवानों की जान चली गई थी। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच सीमा पर तनातनी जारी है। सूत्रों ने बताया कि खुफिया जानकारी में सुझाव दिया गया कि ऐप्स उपयोग की शर्तों का उल्लंघन कर रहे हैं, उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता से समझौता कर रहे हैं।
सरकार ने इन ऐप्स को सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक बताया है। NDTV में प्रकाशित एक खबर के अनुसार सरकार ने जिन ऐप्स को ब्लॉक किया है उनमें टिकटॉक, शेयरइट, यूसी ब्राउजर, हैलो, लाइकी, क्लब फैक्ट्री, न्यूज डॉग, वीचैट, यूसी न्यूज, वीबो, जेंडर आदि प्रमुख मुख्य रूप से शामिल है। इस सम्बन्ध में सरकार के तरफ से जारी एक बयान का भी खबर में हवाला देते हुवे कहा गया है कि सरकार ने बयान जारी कर कहा है कि ‘उपलब्ध सूचना के अनुसार, ये ऐप्स उन गतिविधियों में लगे हुए हैं जो भारत की संप्रभुता और अखंडता,सुरक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरनाक हैं।’ इस वजह से इन ऐप्स पर बैन लगाया गया है।
गौरतलब हो कि चीन को ये एक और बड़ा कारोबारी झटका है। इसके पहले सरकार ने भारत संचार निगम लिमिटेड के 4G इक्विपमेंट को अपग्रेड करने के लिए चीनी सामान का इस्तेमाल और रेलवे द्वारा चीनी कंपनी को दिये गए 471 करोड़ रुपये के ठेके पर भी रोक लगा दी थी। साथ ही अमेजान और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉर्मस कंपनियों को अपने प्रोडक्ट्स पर जिस देश में वह प्रॉडक्ट बना है उसको प्रदर्शित करना अनिवार्य किया गया था।