नहीं सुन रही अधिकारियो का भी आदेश पुलिस, अपनी ही ज़मीन पर हो रहे अवैध कब्ज़े को रोकने के लिए दर दर भटक रहा बुज़ुर्ग
तब्जील अहमद
कौशाम्बी। एक तरफ प्रदेश के मुखिया योगी जी ने भूमाफियाओं के विरुद्ध अभियान चलाकर कब्ज़ा छुड़वाने में कसर नहीं छोड़ रहे, तो दूसरी तरफ तहसील और पुलिस की मिली भगत से दबंग कब्ज़ा करने से बाज़ नहीं आ रहे हैं। ताज़ा मामला कौशाम्बी की तहसील सिराथू के गांव रौज़ेसैफ खा का है, जहा के निवासी 70 साल के बुज़ुर्ग शेर मोहम्मद अपनी ज़मीन पर हो रहे अवैध कब्ज़े को रोकने के लिये थाना पुलिस का चक्कर लगा रहे है वही राजनैतिक रूप से मजबूत बाहुबली उनकी ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा कर रहा है।
इस सम्बन्ध में बुज़ुर्ग ने हमसे बात करते हुवे बताया कि उनकी जमीन पूर्व में ब्लॉक प्रमुख रहे राजेंद्र साहू ने दो दशक पहले किराये पर ली थी। जिसे गरडियापुर के राजेंद्र नाम के दूसरे व्यक्ति को बेच दिया, अब उस जमीन पर निर्माण कार्य किया जा रहा जिसमें काफ़ी जमीन शेर मोहम्मद के हिस्से वाली पर भी निर्माण किया जा रहा। शेर मोहम्मद ने अपने खेत जाने के लिए अपनी ही जमीन पर चकरोड के लिए भूमि छोड़ रखी थी जिस पर दबंग राजेंद्र कुमार कब्ज़ा कर चुका है।
शेर मोहम्मद ने इस मामले की शिकायत सिराथू में कई बार किया। जिसकी नापजोख ग़लत तरह से की गई जिस पर आपत्ति जताई गई थी। वर्तमान मे राजेंद्र कुमार निर्माण करवा रहा जिसके लिए एसडीएम को शिकायती पत्र दिया गया तो एसडीएम ने भी इस मामले को एसओ कड़ा धाम पर टाल दिया। पुलिस अधीक्षक और एसडीएम ने फिर से कड़ा धाम को आदेश जारी किया कि मौके पर जाकर कार्यवाही करें लेकिन थाना के बगल में हो रहे अवैध निर्माण को रोकने कड़ा पुलिस नहीं गई।
शेर मोहम्मद ने बताया कि वह अपनी जमीन पाने के लिए कई सालों से इधर उधर भटक रहे हैं लेकिन कानून गो अपनी मर्ज़ी से जमीन की नाप करते हैं। तहसीलदार भी गलत रिपोर्ट इस मामले में लगा चुके हैं जिस पर आपत्ति जताई गई है। कड़ा धाम पुलिस को इस मामले की पूरी जानकारी पहले से है ,आदेश के कागजात लेकर बुजुर्ग थाने और तहसील के चक्कर लगाते लगाते बदहाल हो चुका है।
पीड़ित ने मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री को अवैध कब्जा के बारे में बताकर अपने साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है। वही स्थानीय थाना इस प्रकरण में कोई बयान देता दिखाई नही दे रहा है। जिसकी लाठी उसकी भैस के तर्ज पर अवैध कब्ज़ा जारी है। पीड़ित दर दर की ठोकरे खा रहा है और न्याय व्यवस्था को सही करने का दम्भ भरने वाले स्थानीय थाना प्रभारी इस मामले में कुछ बोलने को तैयार ही नहीं है।