उत्तर प्रदेश में कोरोना से बिगड़ते हालात, पुरे प्रदेश में आज मिले कुल 12,787 नए संक्रमित
आदिल अहमद
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोविड प्रोटोकाल और नियमो को नज़रअंदाज़ जनता द्वारा किये जाने का खामियाजा अब सामने आने लगा है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले रोज़ ब रोज़ बढ़ते ही जा रहे है। इस संक्रमण से अब पुरे प्रदेश में एक्टिव केस 59 हज़ार पहुचने को बेताब है। आज जारी आकड़ो के अनुसार कुल 12,787 नए संक्रमण के मामले सामने आने के बाद कुल एक्टिव केसेस अब प्रदेश में 58,801 हो गए है।
इस दरमियान पुरे प्रदेश में सबसे बेकाबू हालात इस वक्त लखनऊ में है। राजधानी लखनऊ में आज पिछले 24 घंटे में कुल 4,059 मामले सामने आये है। वही लखनऊ में आज 23 लोगो की मौत का सबब कोरोना बनने के बाद अब कुल मृतकों की संख्या बढ़ कर 1301 हो गई है।
इसके अलावा राज्य के बाकी शहरों में भी कोरोना के मामलों में हालात ज्यादा अच्छे नहीं हैं। प्रयागराज, वाराणसी और कानपुर में भी कोरोना के नए मामले तेजी से लगातार बढ़ रहे हैं। दरअसल प्रदेश में मिलने वाले कुल कोरोना संक्रमितो में एक तिहाही संक्रमित राजधानी लखनऊ में मिल रहे है। यहाँ हालात ऐसे है कि विख्यात किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के उप कुलपति और 40 डॉक्टर कोरोना संक्रमित हो गए हैं। देश की 116 साल पुरानी इस मेडिकल यूनिवर्सिटी में कोरोनावायरस के इस विस्फोट से सबके कान खड़े हो गए हैं।
शासन और प्रशासन द्वारा मिल रही तमाम हिदायतों और सख्ती के बावजूद यहां लोग कोविड नियमों का प्रोटोकॉल का पालन करते नहीं नजर आ रहे हैं।ऐसे ही बदतर हालात कानपुर, प्रयागराज और वाराणसी में हो रहे है। प्रयागराज में आज शनिवार को 1682 जहां नए संक्रमित मिले वहीं सात लोगों की मौत हो गई है। जबकि वाराणसी में भी 1176 नए संक्रमित मिले है वही एक की मौत हो गई है। वाराणसी में कुल एक्टिव केस 5422 है। प्रदेश के हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना के मामले को काबू करने के लिए प्रभावी रणनीति बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि 11 अप्रैल को महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती से लेकर 14 अप्रैल को बाबा साहेब डॉक्टर भीम राव आंबेडकर की जयंती तक राज्य में ‘टीका उत्सव’ आयोजित किया जाएगा।